नए साफ्टवेयर से अब होगा जमाबंदी अपडेट की प्रक्रिया
जमाबंदी अपडेट कराने की प्रक्रिया अब थोड़ी जटिल होने जा रही है। जमाबंदी अद्यतीकरण के लिए पूरे बिहार में नया साफ्टवेयर विकसित किया गया है। इसे बुधवार 18 मई से पूरे प्रदेश में लागू भी कर दिया गया।
संवाद सूत्र, पोठिया (किशनगंज) : जमाबंदी अपडेट कराने की प्रक्रिया अब थोड़ी जटिल होने जा रही है। जमाबंदी अद्यतीकरण के लिए पूरे बिहार में नया साफ्टवेयर विकसित किया गया है। इसे बुधवार 18 मई से पूरे प्रदेश में लागू भी कर दिया गया।
इसमें जमाबंदी में किसी प्रकार के सुधार के लिए अब आवेदक का आवेदन तीन स्तर से गुजरेगा। इसमें सबसे पहले डाटा एंट्री आपरेटर फिर राजस्व अधिकारी तथा अंत में अंचलाधिकारी द्वारा स्वीकृत के पश्चात ही किसी प्रकार का सुधार संभव हो पाएगा। पहले अंचलाधिकारी विशेष स्थिति में स्वयं अपने स्तर से ही सीधे सुधार कर सकते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। जमाबंदी अद्यतीकरण का साफ्टवेयर विकसित होने के साथ ही सीओ को अब इन कामों से काफी हद तक निजात भी मिलेगी। पहले आवेदक स्वयं सीधे सीओ के पास पहुंचकर जमाबंदी सुधार के लिए प्रयास करते थे। लेकिन नए साफ्टवेयर में सीओ सीधे किसी प्रकार का कोई सुधार नहीं पाएंगे। बताया जाता है कि अब अंचलाधिकारी जमाबंदी व परिमार्जन जैसे चीजों में जो अमूमन दिनभर इसी में व्यस्त रहते थे। पहले की स्थिति में सीओ के पास जमाबंदी सुधार को लेकर ही बड़े पैमाने पर आवेदन आता था। जिसे निपटाने तथा आवेदकों को समझाने में ही दिन गुजर जाता था और अंचल कार्यालय में भीड़ भी रहती थी। इससे अब सीओ को पुरी तरह छुटकारा मिल गया। इसे लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार, पटना के अपर मुख्य सचिव ने संबंधित सभी अधिकारियों को आदेश निर्गत कर दिया गया है। साथ ही अद्यतन साफ्टवेयर भी काम करने लगा है।