डिग्रीधारी युवाओं के लिए रोजगार बना एक बड़ी समस्या
युवाओं के सामने रोजगार एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। रोजगार के लिए युवा मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही आगे की पढ़ाई के साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने लगते हैं।
संवाद सहयोगी, किशनगंज : युवाओं के सामने रोजगार एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। रोजगार के लिए युवा मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही आगे की पढ़ाई के साथ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने लगते हैं। कड़ी मेहनत और संघर्ष करने के बाद जब प्रतियोगिता परीक्षा के रिजल्ट प्रकाशित होते हैं। उनमें भी गड़बड़ी होने की सूचना मिलने से विद्यार्थी मानसिक तौर पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से परेशान हो जाते हैं। ऐसी ही स्थिति से इस समय लाखों विद्यार्थी एनटीपीटी सीबीटी -1 की परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस परीक्षा में शामिल होने वाले दर्जनों विद्यार्थी इस जिला से भी हैं।
जिला से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में युवा आठवीं की परीक्षा पास करने के बाद रोजगार के लिए अन्य राज्यों की ओर पलायन कर जाते हैं। साथ ही इंटरमीडिएट और स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बेरोजगार युवा प्रतिवर्ष जिला नियोजन कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। इसके अंतर्गत 2015-16 में 201 और 2016-17 में 4,448 बेरोजगार युवाओं द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया। जबकि 2017-18 में 757 बेरोजगार युवा, 2018-19 में 595 बेरोजगार युवा, 2019-20 में 525 बेरोजगार युवा और 2020-21 में 317 बेरोजगार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2021-22 में दिसंबर माह तक 2,799 बेरोजगार युवाओं ने अब तक रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। डिग्रीधारी युवाओं के लिए रोजगार एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। ------------------ कोट के लिए:- जिला नियोजन कार्यालय में मैट्रिक, इंटरमीडिएट, स्नातक और स्नाकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बेरोजगार युवा रजिस्ट्रेशन करवाने आते हैं। उन सभी युवाओं के प्रमाण पत्रों की जांच कर उनका नाम नियोजन कार्यालय में दर्ज कर दिया जाता है।
बीरेन्द्र महतो, प्रभारी, जिला नियोजन कार्यालय।