देश को बचाना है तो जम्हूरियत को बचाना होगा : कन्हैया कुमार
किशनगंज। आज देश में हर तरफ तानाशाही भरा रवैया है। तानाशाही शासन है और सत्ता है। ि
किशनगंज। आज देश में हर तरफ तानाशाही भरा रवैया है। तानाशाही शासन है और सत्ता है। जिसके खिलाफ यदि कहीं से भी आज आवाज बुलंद हो रही है, तो वह हमारी युनिवर्सिटी जेएनयू है। कचहरी मैदान दामलबाड़ी में अपने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सह सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
कन्हैया कुमार ने लोगों ने कहा कि हालत ऐसी बन गई है कि राजनीतिक दल विरोध की हिम्मत नहीं रखते हैं, नेताओं के पास बोलने की ताकत नहीं है। यह ताकत इसलिए नहीं है कि अगर आप गलत तरीके से राजनीति में पैसा कमाए हैं तो सरकार को मालूम है। सीबीआइ और ईडी का इस्तेमाल करके आपकी आवाज को बंद करा सकती है। सीबीआइ और ईडी का यह कमाल है सुबह में जो इंसान गांधी जिदाबाद बोल रहा होता है उसको दोपहर को ईडी का नोटिस आता है और शाम को अमित शाह से मिलकर वह गोडसे जिदाबाद बोलना शुरू कर देता है।
सीपीआइ प्रत्याशी मो. फिरोज के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने लगभग 40 मिनट के भाषण के दौरान भाजपा पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि इस देश के नीतियों में भ्रष्टाचार है। जिसके चलते आज हमारे देश की राजनीति भी भ्रष्टाचारियों के हाथों की गुलाम बन गई है। एमएलए, एमपी बनने की बात तो छोड़ दिजिए मुखिया बनने के बाद ही वह बुलेट मोटरसाइकिल से फार्च्यूनर तक पहुंच जाता है। लेकिन आप नहीं पहुंच पा रहे हैं। यह कौन सी तरकीब है। आपके पास तो ऐसी तरकीब नहीं है। इसलिए अगर इस देश को बचाना है तो जम्हूरियत को बचाना होगा। यदि जम्हूरियत को बचाना है तो सिर्फ भाषण देने से काम नहीं चलेगा। दिल्ली और मुंबई में जो आराम तलब जिदगी है उसे छोड़कर बिहार के सड़कों, गलियों में घूम कर मां बहनों की समस्या, बूढ़े बुजुर्गों की समस्या व नौजवानों की समस्याओं को लेकर हमें एकजुट होना पड़ेगा। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पहाड़कट्टा थानाध्यक्ष अजीत कुमार, पोठिया थानाध्यक्ष महेश कुमार व चिचुआबाड़ी ओपी प्रभारी कृष्ण प्रसाद सिंह सदलबल सभास्थल प मौजूद थे।