तेजस्वी की दो-दो सभाएं रद होने से समर्थकों में मायूसी
किशनगंज। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व
किशनगंज। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तजेस्वी यादव को किशनगंज विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर दो सभाएं करनी थी। कांग्रेस प्रत्याशी सईदा बानू के पक्ष में प्रचार करने किशनगंज पहुंच रहे तेजस्वी यादव के सभा स्थल पर बड़ी तादाद में लोग जुटे भी थे लेकिन शाम को एकाएक मंच से कार्यक्रम रद होने की जानकारी दिए जाने के बाद लोगों में मायूसी छा गया।
पोठिया प्रखंड मुख्यालय स्थित करबला मैदान व किशनगंज प्रखंड के हाई स्कूल सिंघिया के मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करने की आस में जुटे हजारों की संख्या में समर्थकों को अचानक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी होने की जानकारी देते हुए कार्यक्रम रद होने की जानकारी दी गई। पोठिया करबला मैदान में नेता प्रतिपक्ष को सुनने के लिए सभास्थल पर हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। लोग बड़ी बेसब्री से नेता प्रतिपक्ष का इंतजार कर रहे थे। सभी निगाहें आसमान टीकी हुई रही कि तजेस्वी यादव का हेलीकॉप्टर अब उतरने वाला है। लेकिन शाम 4.21 बजे जब मंच से यह सूचना दी गई कि तजेस्वी यादव के हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आ जाने से वह हमारे बीच नहीं पहुंच सकते हैं। इतना सुनने के बाद सभास्थल पर मौजूद लोग मायूस होकर अपने घर के ओर कूच कर गए। वहीं सभास्थल पर मौजूद आक्रोशित लोगों ने बताया कि हमलोग सारा कामकाज छोड़कर बिहार के युवा नेता तजेस्वी यादव का भाषण सुनने आए थे। यह जानना था कि उनके पास किशनगंज जिले की विकास के लिए किया विजन है। लेकिन अब हमलोग मायूस होकर लौट रहे हैं।
हलांकि करबला मैदान में सजे चुनावी मंच पर सांसद डॉ. मो. जावेद आजाद, अररिया के पूर्व सांसद मो. सरफराज आलम, जोकीहाट विधायक मो. शाहनवाज आलम, कांग्रेस प्रत्याशी सईदा बानू, पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रकाश महतो ने बारी-बारी से संबोधित किया। वहीं इस दौरान मंच पर राजद जिलाध्यक्ष सीमा इंतेखाब, एमके रिजवी उर्फ नन्हा मुस्ताक, अबुल कलाम आजाद, मंजर हुसैन उर्फ कलेकटर, उस्मान गनी, मो. असलम, प्रमोद कुमार पप्पू, साजिद हुसैन, आबिद हुसैन, देवेन यादव, बेचन यादव, मंजर आलम, अजमल हुसैन, साबीर आलम, कृष्ण कुमार झा, मो. नूरुदीन, मास्टर इनामुल हक, शाहिद आलम, मो. सुमेर आलम सहित महागठबंधन के दर्जनों नेता मौजूद थे।