कोरोना संक्रमण के बीच बाढ़ के पहले तैयारियों के लिए जिला प्रशासन सक्रिय
किशनगंज। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने सभी सीओ के साथ वर्चुअल तथा जिला स्तरीय संबद्ध पदाधिक
किशनगंज। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने सभी सीओ के साथ वर्चुअल तथा जिला स्तरीय संबद्ध पदाधिकारियों के साथ अपने कार्यालय कक्ष में बैठक कर बाढ़ पूर्व तैयारियो का लिया जायजा लिए। 10 मई तक सभी सीओ एवम कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण व निस्तारण व आपदा प्रभारी को उपलब्ध संसाधनों, राहत व बचाव कार्य की समीक्षा कर रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिए।
उन्होंने तटबंधों का निरीक्षण एवं सुरक्षा, वर्षापात के साथ नदियों के जलस्तर पर नजर, सरकारी नावों की उपलब्धता, मरम्मत एवं उनका निबंधन तथा अनुज्ञप्ति निजी नाव की उपलब्धता व इकरारनामा कराए जाने की आवश्यकता,लाइफ जैकेट, मोटर बोट की स्थिति ,प्रशिक्षित गोताखोर,मानव के साथ पशुओं के लिए चिन्हित शरण स्थली की वर्तमान स्थिति, मानव एवम पशुओं के लिए सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, खाद्यान्न की उपलब्धता, गोताखोरों की सूची, आपदा मित्रों की उपयोगिता,सड़को की मरम्मत, संचार योजना,बाढ़ की स्थिति में आकस्मिक फसल योजना एवम बाढ़ पीड़ितों को राहत राशि उपलब्धता आदि की समीक्षा किए। इस संबंध में दिशा निर्देश दिए कि सभी शरण स्थली का भौतिक सत्यापन कर वहां सभी आवश्यक सुविधाओं का निरीक्षण कर लें। विशेषकर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता एवं शौचालय की व्यवस्था को जरूर देखें। मानव दवा की उपलब्धता एवं पशुओं की दवा के साथ चारा की उपलब्धता का भी आंकलन कर ले।
बाढ़ नियंत्रण व निस्तारण के कार्यपालक अभियंता के कार्यों पर असंतोष व्यक्त करते हुए सख्त रूप से निर्देश दिया कि पिछले अनुभवों को देखते हुए पूरी प्लानिग अभी से कर लें । पालीवार कोषांग का गठन कर अभियंता को प्रतिनियुक्ति करें। जिला अंतर्गत तटबंध कटाव के निगरानी स्वयं करें एवं कटाव निरोधक कार्य लंबित नहीं रखे।अन्यथा कार्रवाई हेतु विभाग को संसूचित कर दिया जाएगा। गोताखोरों की सूची एवं मोबाइल नंबर जिला नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे। जिला संचार योजना को अपडेट करने का निर्देश दिए। जिसमें जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक सभी महत्वपूर्ण मोबाइल नंबर शामिल होंगे। आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि तटबंधों का नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त पॉलिथीन सीट की उपलब्धता ,पशु चारे की उपलब्धता, खाद्यान्न के संधारण हेतु गोदामों का चिन्हित किया जाना , नाव की उपलब्धता एवं उनका निबंधन किया जाना , आपातकालीन संचालन केंद्र एवं नियंत्रण कक्ष की स्थापना आदि को लेकर भी समीक्षा उपरांत डीएम ने संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य रुप से अपर समाहर्ता, ब्रजेश कुमार,आपदा प्रबंधन पदाधिकारी राहुल बर्मन, राजस्व प्रभारी सह डीटीओ,रवींद्रनाथ गुप्ता,अनुमंडल पीजीआरओ अमन कुमार सुमन, कार्यपालक अभियंता,बाढ़ नियंत्रण व निस्तारण,जिला पशुपालन पदाधिकारी कुमार व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।