विकास की दौड़ में सड़क की बदहाली देख आंसू बहाने को ग्रामीण मजबूर
संवाद सूत्र बहादुरगंज (किशनगंज) विकास की इस दौर में ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें अभी भी अपनी
संवाद सूत्र, बहादुरगंज (किशनगंज): विकास की इस दौर में ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें अभी भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सरकार या जनप्रतिनिधि भले सड़कों का जाल बिछा देने का दवा करें अभी प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां जर्जर गढ्ढानुमा कच्ची सड़क अपने उद्धारक के इंतजार में है।
इसका जीता जागता उदाहरण है एनएच 327 ई बंगरी बस्ती से संगत होते हुए बेतबाडी जाने वाली कच्ची सड़क का।संगत निवासी हबीबुर रहमान,प्रो जाहिदुर रहमान, अजीमोद्दीन, जुलफ्फेकार भुट्टों, बेतबाडी निवासी सईदुर रहमान, महबूब आलम,म. अनवर आलम सहित दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि बरसात की बात कौन कहे, सुखाड़ के दिनों में भी इस अति महत्वपूर्ण सड़कों में चलना मुश्किल हो जाता है। जर्जर गड्ढानुमा सड़क के कारण लोगों का आना जाना बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। परेशानी तब बढ़ जाती है जब आकस्मिक मौके पर किसी बीमार या प्रसव पीड़ा से परेशान किसी महिला को समुचित इलाज कराने के लिए चार चक्का वाहन से बाहर ले जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में विकट समस्या खड़ी हो जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि इस महत्वपूर्ण सड़क के किनारे आंगनबाडी केन्द्र, स्कूल के साथ जरूरी काम से लोगों का आवाजाही लगा रहता है। उसके बावजूद सड़क नहीं बना समझ से पड़े है। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि ऐसा नहीं है कि इस सड़क की पक्कीकरण को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी तक भी कहा गया परंतु हर बार निराशा ही हाथ आया। हर बार चुनाव के दौरान हर प्रत्याशी सड़क निर्माण का भरोसा तो देता है, परंतु चुनाव जीतते ही हर विजयी प्रत्याशी अपना वादा भूला बैठते हैं। ग्रामीणों ने विधायक अंजार नईमी से इस महत्वपूर्ण सड़क के साथ आजाद चौक को जोड़ने सड़क की बीच मरिया धार में पुल निर्माण की मांग की है। ताकि लोगों को आवाजाही को लेकर सुविधा हो सके।