बारिश और बाढ़ से फसल को नुकसान होने से किसान चिंतित
संवाद सूत्र बहादुरगंज (किशनगंज) बीते दिनों क्षेत्र में हुई मुसलाधार बारिश से किसान हलका

संवाद सूत्र, बहादुरगंज (किशनगंज): बीते दिनों क्षेत्र में हुई मुसलाधार बारिश से किसान हलकान हैं। फसल की तबाही से हर किसान कमोबेश प्रभावित रहा है। धान का फसल पानी में डूबे होने के कारण किसानों को काफी नुकसान होने की संभावना है। कुछ किसानों के फसल दो तीन दिन तक डूबे रहने के कारण धान का पौधा सड़ गया, जिस कारण किसानों का लहलहाता फसल बर्बाद हो गया। वहीं कुछ किसानों का गरमा धान पक जाने के बाद बारिश के पानी डूबा रहने से अंकुरण आ गया है।
प्रखंड क्षेत्र के कुढ़ैला निवासी किसान रमेश कुमार सिंह, शुकदेव प्रसाद सिंह, अर्जुन प्रसाद व नकुल प्रसाद सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि मक्का की खेती को लेकर उन लोगों ने गरमा धान की खेती की थी। ताकि समय से पहले धान काटकर मक्का लगाया जा सके। बीच-बीच में बारिश होते रहने से धान का फसल अच्छा भी हुआ। फसल पक कर तैयार भी हो गया था, लेकिन ऐन वक्त पर बारिश होने से हर किसान का सपना चकनाचूर हो गया। कर्ज लेकर खेती करने के बाद फसल की बर्बादी होने से अपना कर्ज वे कैसे चुकाएंगे यह चिता अभी से सता रही है। उधर शुकदेव प्रसाद सिंह अपने अंकुरित धान के फसल को दिखाते हुए इतना भर कहा की करीब एकड भर जमीन का धान बर्बाद हो गया। वहीं रमेश कुमार ने कलपते हुए कहा कि पांच बीघा खेत के धान में अंकुरण आ गया है, जिसे थ्रेसर के जरिये मालिस तो कर लिया गया है। इस फसल का धान व्यापारी क्या कीमत लगाएंगे या लेंगे कि नहीं यह समय बतायेगा। उधर क्षेत्र के किसानों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर धान की क्षति का सर्वे कराने की बात जरूर की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के हर किसानों को इसकी जानकारी नहीं होने के कारण अपनी फसल बर्बादी का सर्वे तक नहीं करा पाए, जिससे उन्हें मुआवजा भी नहीं मिल पाएगा। कृषि विभाग के द्वारा कुछ चुनिदे लोगों को जानकारी देकर विभागीय सर्वे करा कर खानापूर्ति न कर ली गई है।
Edited By Jagran