बाढ़ व नदी कटाव से त्रस्त हैं झींगाकाटा के ग्रामीण
किशनगंज। बहादुरगंज प्रखंड के पश्चिमी व उत्तरी छोर पर झींगाकाटा इस्तमरार पंचायत अवस्थित ह
किशनगंज। बहादुरगंज प्रखंड के पश्चिमी व उत्तरी छोर पर झींगाकाटा इस्तमरार पंचायत अवस्थित है। करीब 14 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली इस पंचायत के 14 वार्डो में करीब 3750 परिवार निवास करते हैं। आबादी लगभग 11 हजार और मतदाताओ की कुल संख्या 7,408 है। हर वर्ष बाढ़ की तबाही और नदी कटाव से पंचायतवासी त्रस्त रहते है। बरसात के दिनों लोगों को कभी-कभी अपना घर द्वार छोड़ कर अन्य जगहों पर आश्रय लेना पड़ता है। बाढ़ से प्रभावित होकर प्रति वर्ष सड़क व पुल-पुलिया ध्वस्त होने से आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पंचायत की करीब 90 फीसद आबादी कृषि पर आश्रित है। सरकारी सिचाई की सुविधा के अभाव निजी पंपसेट के जरिये भाग्य भरोसे खेती करने पर किसान मजबूर हैं। ग्रामीण सरकारी स्टेट बोरिग लगाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं। कृषि प्रधान क्षेत्र होने के बावजूद पशुधन की समुचित इलाज की कोई सरकारी व्यवस्था नहीं है। यदि जरूरत पड़ जाय तो करीब 15 किमी दूर प्रखंड मुख्यालय जाकर इलाज कराना पड़ता है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के साथ पंचायत स्तर से गली नली योजना के तहत हर गांव की गलियों तक आवाजाही की बेहतर सुविधा पंचायत वासियों को उपलब्ध है। जर्जर पंचायत भवन को मरम्मत कर रंगरोगन कर सुंदर बनाया गया है। समीप में ही पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। पंचायत के अलग-अलग क्षेत्र में चार सार्वजनिक सामुदायिक भवन व एक मनरेगा भवन है। जबकि पंचायत की ओर से धीमटोला में स्थित शिव मंदिर की चारदीवारी, सड़क व सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया है। जिससे मंदिर परिसर की खूबसूरती बढ़ गई है। लाखों की लागत से बना उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव है, जिस कारण यह वर्षों से बंद पड़ा है। पंचायत में शिक्षा के नाम पर एक उत्क्रमित उच्च विद्यालय, पांच मध्य विधालय व छह प्राथमिक विद्यालय है। यहां साक्षरता दर 68 प्रतिशत है।
सिरवा मेला है पंचायत की पहचान झींगाकाटा पंचायत अंतर्गत धीमटोला गांव में प्राचाीन काल से ही पहली बैसाख को धूमधाम से सिरवा मेला का आयोजन होता आ रहा है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होता है। इस मेला की खासियत यह है कि सभी संप्रदाय के लोग इसमें शामिल होकर गंगा जमुनी तहजीब का मिसाल पेश करते हैं।
नहीं है सिंचाई की सुविधा कृषि प्रधान क्षेत्र होने के बावजूद पंचायतवासियों को सिचाई की सुविधा नहीं मिल रही है। किसान डीजल पंपसेट के जरिए पटवन करने पर मजबूर हैं। फलस्वरूप लोगों को खेती-बारी में अधिक आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है।
बंद है उप स्वास्थ्य केंद्र - लाखों की लागत से धीमा टोला में बना उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़ा है। चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की पदस्थापन नहीं होने के कारण ग्रामीणों को इलाज कराने हेतु प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने की मजबूरी बनी हुई है।
मवेशियों के इलाज की नहीं है सुविधा पंचायत में पशुधन के इलाज की कोई सुविधा नहीं है। आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करने वाले पशुधन की समुचित इलाज की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पशुपालक प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए विवश होते हैं। डस्टबिन बनी है शोभा की वस्तु पंचायत में डस्टबिन शोभा की वस्तु बनी हुई है। पंचायत की ओर से हर वार्ड में डस्टबिन लगाया गया है, लेकिन साफ-सफाई के अभाव में यह शोभा की वस्तु बन कर रह गई है। शिक्षकों की कमी से पठन-पाठन है प्रभावित पठन-पाठन की समुचित व्यवस्था नहीं है। पंचायत में एक उत्क्रमित उच्च विद्यालय के अलावा पांच मध्य विद्यालय व छह प्राथमिक विद्यालय स्थापित हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिलने का मलाल अभिभावकों को है। स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की कमी के कारण पठन पाठन प्रभावित हो रहा है।
पंचायत सरकार भवन का हो रहा निर्माण पूर्व से बने जर्जर पंचायत भवन की मरम्मती व रंगरोगन कराया गया है। इसके अलावा नया पंचायत सरकार भवन का भी निर्माण कराया जा रहा है। भवन निर्माण होने के बाद पंचायतवासियों की समस्याओं का निपटारा किया जा सकेगा।
नहीं लगाई गई हैं स्ट्रीट लाइटें पंचायत में अब तक स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था नहीं हो पाई है। फलस्वरूप बिजली कटते ही गांवों में अंधेरा पसर जाता है। चौक-चौराहों पर सन्नाटा छाया रहता है। योजनाओं का मिल रहा लाभ पंचायतवासियों को आवास योजना के साथ वृद्धापेंशन, पारिवारिक लाभ, कबीर अंत्येष्टि योजना, मुख्यमंत्री विवाह योजना का लाभ मिल रहा है। नली गली योजना के तहत हर गांवों तक पक्की सड़क का निर्माण कराया गया है। नल जल योजना का चल रहा काम पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डो में नल जल योजना पर काम चल रहा है। कुछ प्लांट चालू भी हो चुका है और कुछ पर काम चल रहा है। इससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने की उम्मीद जगी है।
ग्रामीणों की राय पंचायत में कमोबेश हर तरह से विकास का काम हुआ है। नली गली योजना के तहत हर घर तक सड़क का निर्माण हो चुका है। नल जल योजना के तहत कुछ जगहों पर काम पूरा हो चुका है और कुछ मोहल्ले में काम चल रहा है। मुखिया के व्यवहार कुशलता व तत्परता से ग्रामीणों को लाभ मिल रहा है। - बुध लाल सिंह गांवों में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। सीमित संसाधनों के बीच सड़कों के साथ अन्य योजनाओं पर लगभग विकास का काम किया गया है। सरकार को सिचाई व्यवस्था ध्यान देना चाहिए। ताकि किसानों को खेती करने में सहूलियत हो। - मनोज कुमार सिंह पंचायत में विकास का काम दिख रहा है। शौचालय, आवास, नल जल योजना सहित अन्य कई सरकारी योजनाओं पर कार्य कराए गए हैं। सिचाई व स्वास्थ्य पर कार्य करने की आवश्यकता है। इस पर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की जरूरत है।
- मो. अनवर आलम - विगत पांच वर्षो में निसंदेह पंचायत का सर्वागीन विकास हुआ है। डस्टबिन से कचरा फेंकने की व्यवस्था के अभाव में यह शोभा की वस्तु बन कर रह गया है। रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।
- मजेबुल रहमान
पंचायत का जिस अनुपात में विकास होना चाहिए था वह नहीं हो पाया। मनरेगा, नली गली व हर घर नल का जल योजना का काम गुणवत्तापूर्ण नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य उप केंद्र व जगह-जगह लगाए गए डस्टबिन शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। मनरेगा योजना के तहत रोजगार नहीं मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर लोग पलायन करने को मजबूर हैं। - दिनेश कुमार सिंह
मुखिया का दावा मुखिया हबीबुर रहमान बताते हैं कि विगत पांच वर्षो में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत कई विकासात्मक कार्य कराए गए हैं ।आवास, मनरेगा, नली गली, हर घर नल का जल के अलावा सामुदायिक भवन, जर्जर पंचायत भवन की मरम्मत कार्य के साथ पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। कोरोना काल में प्रत्येक परिवार को मास्क, साबुन के साथ सैनिटाइजर व छिड़काव के अलावा प्रवासी श्रमिकों के ठराव के लिए क्वारंटाइन सेंटर में बेहतर व्यवस्था कराया गया। धीमटोला स्थित शिव मंदिर परिसर की चारदिवारी का निर्माण के साथ सड़क निर्माण और सौंदर्यीकरण करवाया गया। लोगों के हर सुख दुख में साथ रहते हुए विकास कार्य कराए गए। उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक व किसानों के खेतों की सिचाई को लेकर प्रयास किया जा रहा है। यह काम पंचायत स्तरीय नहीं होने के बावजूद आने वाले दिनों में विधायक अंजार नईमी व सांसद डॉ. जावेद आजाद से बात कर उसका निदान करने का प्रयास करेंगे। ताकि लोगों को गांव में हर सुविधा उपलब्ध हो सके। हर गली पक्की और हर घर में छत हो, यही हमारा उद्देश्य है।