बेहतर कल के लिए बच्चों का सही मार्गदर्शन जरूरी : आइजी
किशनगंज। इंडो-नेपाल की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही सीमा सशस्त्र बल सिविक एक्शन प
किशनगंज। इंडो-नेपाल की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही सीमा सशस्त्र बल सिविक एक्शन प्रोग्राम आयोजित कर सीमावर्ती इलाके के विकास में जुटी है। सीमावर्ती गांवों में पेयजल, चिकित्सा शिविर के अलावा स्कूली बच्चों के बीच पाठ्य पुस्तक व खेल सामग्री का वितरण कर एसएसबी अपनी कर्तव्य पथ पर डटी है। मंगलवार को किशगनंज जिले के दौरे पर पहुंचे फ्रंटियर मुख्यालय के आइजी श्रीकुमार बंधोपाध्याय ने कहा कि सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ नागरिक कल्याण हमारा ध्येय है।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोहागड़ा पहुंच उन्होंने छात्रों के बीच स्कूल बैग का वितरण किया। साथ ही बच्चों से सेना में जाने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे भविष्य हैं। जिनके दिलों में सीमा की सुरक्षा और देश के रक्षा की भावनाएं हिलोरें मार रही है। साथ ही उन्होंने बच्चों से सेना में जाने के लिए भी प्रेरित किया।बच्चों ने भी कहा किउत्साह से लवरेज बच्चों ने भी कहा कि हमलोग भी पढ़ लिख कर देश की सेवा करेंगे और आप लोगो के बीच आएंगे।
इससे पूर्व आइजी के द्वारा बालूबाड़ी बॉर्डर आउट पोस्ट में आयरन रिमूवल प्लांट का लोकार्पण किया गया। मौके पर उन्होंने ग्रामीणों से भी संवाद किया और उनकी समस्याओं को जाना। इसके बाद दिघलबैंक पहुंचे। यहां लगभग एक घंटे तक स्कूली छात्रों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद कर तस्करी पर रोकथाम को लेकर चर्चा की। आइजी ने कहा कि सीमा पर आर्टिफिसियल मटर की तस्करी की जा रही है। इसके लिए मटर का दर का भी उन्होंने पता लगाया गया। मौजूद ग्रामीणों ने जानकारियां साझा करते हुए कहा कि नेपाल और भारत में 20-30 रुपये का अंतर है। इस मौके पर 12 वीं बटालियन के द्वितीय सेनानायक एवं प्रभारी सेनानायक ललित कुमार, असिस्टेंट कमांडेंट दीपक मीणा व सुमन गोराई, प्रखंड प्रमुख पूनम देवी, मदन कुमार सिंह, मुखिया धर्म लाल टुड्डू, तैयब, नासिर, कलाम, गयासुद्दीन, कैलाश नाथ साह, शिक्षक माइकल हासदा, महबूब आलम, भूदेव मंडल, नजरुल इस्लाम सहित स्कूली बच्चे मौजूद थे।