सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मिलेगी प्रसव की सुविधा
किशनगंज। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक के दौरान जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार ने जिले में स्वास्थ्
किशनगंज। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक के दौरान जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार ने जिले में स्वास्थ्य सेवा में सुधार का निर्देश दिया। सदर अस्पताल सहित पीएचसी, एपीएचसी में बदहाल व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। जिले में पदस्थापन के बाद पहली बार स्वास्थ्य विभाग की बैठक में शामिल जिलाधिकारी ने पहले अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया फिर बैठक की कार्रवाई शुरु की। शनिवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी व एसपीएचसी में मरीजों को इलाज की सुविधा तो मिले ही कम से कम महिलाओं को प्रसव की सुविधा अवश्य मिले। इसके लिए कम से कम प्रसव कक्ष की बेहतर सुविधा सुनिश्चित करने का सभी पीएचसी प्रभारी को निर्देश दिया। इन्होंने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों से साफ कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अधिक से अधिक प्रसव हो इसकी तत्काल व्यवस्था कराएं। जिले में 44 एपीएचसी स्वीकृत होने व दस चालू रहने की जानकारी विभाग के अधिकारी ने दी। जिस पर जिलाधिकारी ने सभी एपीएचसी को चालू करने का निर्देश दिया। इसके अलावा सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिले इसके लिए सिविल सर्जन को कई निर्देश दिए। यहां परिवार नियोजन की उपलब्धि संतोषजनक नहीं रहने पर निराशा जताते इन्होंने परिवार नियोजन के उपायों को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। खासकर सदर अस्प्ताल में सी सेक्शन ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने पर बल दिया। इन्होंने जिले में बढ़ रहे शिशु व मातृ मृत्यु दर पर ¨चता जताते इस पर नियंत्रण का निर्देश दिया। पिछले वर्ष टीकाकरण का दर घटकर 74 फीसद रह गया। जिसे बढ़ाकर 85 फीसद करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने अस्पतालों में चिकित्सकों व कर्मियों की प्रतिदिन उपल्ब्धता, दवा व जरुरी संसाधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में डीडीसी यशपाल मीणा, सिविल सर्जन डा. परशुराम प्रसाद, डीपीएम अजय कुमार ¨सह, डीएस डा. आर पी ¨सह, डीओएम राजकिशोर प्रसाद, अस्पताल प्रबंधक विश्वजीत कुमार सहित सभी पीचसी प्रभारी, चिकित्सा पदाधिकारी सहित यूनिसेफ, केयर इंडिया के अधिकारी थे।
कैंप कर ढूंढे कालाजार मरीज
जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड के खर्राबस्ती में पिछले वर्ष तीन कालाजार मरीज पाए गए थे। जिसका इलाज कर उन्हें स्वस्थ कर दिया गया। जिलाधिकारी ने फिर से वहां जाकर कैंप कर कालाजारी मरीज को ढ़ूंढ़ने का निर्देश दिया। ताकि समय रहते उसका इलाज किया जा सके। अन्यथा कालाजार मरीजों की संख्या बढ़ने पर परेशानी हो सकती है। अभी सरकार के द्वारा कालाजार मरीजों के लिए सिर्फ एक डोज दवा दिया जा रहा है। जिसकी कीमत बाजार में अधिक है। इस दवा से मरीजों को ज्यादा दिन अस्पताल में नहीं रहना पड़ता है।
सदर अस्पताल में शुरु हुई एक्स रे सेवा
सदर अस्पताल में बंद पड़ी एक्स रे सेवा शनिवार से चालू कर दी गई। जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर सिविल सर्जन ने उन्हें इस सुविधा के चालू होने की जानकारी दी। अस्पताल में एक्स रे सेवा चालू होने से अब मरीजों को काफी राहत मिलेगी। उन्हें बाजार में निजी एक्स रे सेंटर पर ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे।