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हर्षाेल्लास व शांति पूर्वक मना लोक आस्था का महापर्व छठ

किशनगंज। लोक आस्था का महापर्व छठ हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। रविवार सुबह को उदयीमान भग

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 06:54 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 06:24 AM (IST)
हर्षाेल्लास व शांति पूर्वक मना लोक आस्था का महापर्व छठ
हर्षाेल्लास व शांति पूर्वक मना लोक आस्था का महापर्व छठ

किशनगंज। लोक आस्था का महापर्व छठ हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। रविवार सुबह को उदयीमान भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देकर श्रद्धालुओं ने घर, परिवार और समाज कल्याण के लिए कामनाएं की। शनिवार से ही शहरी क्षेत्र समेत संपूर्ण जिला छठी मैया के भक्ति के रंग से सराबोर दिखा। शनिवार दोपहर व रविवार के दिन सुबह में भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देने के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए शनिवार की शाम से ही घाटों पर श्रद्धालु जमे रहे। जिले के अलग-अलग हिस्सों में नदियों, तालाबों व घरों में बनाए गए छठ घाटों पर श्रद्धालुओं ने अ‌र्घ्य देकर व्रत पूरा किए।

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शहर के सभी छठ घाटों पर शांतिपूर्वक व हर्षोल्लास के साथ सूर्योपासना का महापर्व मनाया गया। शहर के खगड़ा स्थित देव छठ घाट समेत पूरे शहर में शांतिपूर्वक छठ पूजा संपन्न हुआ। गुरूवार को नहाय खाय के साथ शुरू हुए चार दिवसीय अनुष्ठान स्वच्छता और आस्था का प्रतीक होने के साथ प्रकृत्ति से जोड़ने का महासंगम भी है। शुक्रवार को खरना मनाया गया। शनिवार को छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी (डूबते हुए) सूर्य को अ‌र्घ्य दिए और रविवार को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद व्रत का समापन हुआ। छठ पूजा मनाने के लिए पवित्रता, उल्लास और उमंग के साथ श्रद्धालु छठ घाट पहुंचे। नये परिधानों, पूजन सामाग्री और सूप व डाला के साथ पहुंचे हजारों श्रद्धालुओं ने भक्तिमय माहौल बना दिया। जिले के सबसे भीड़-भाड़ वाले खगड़ा देव घाट, डेमार्केट धोबी घाट, गौशाला छठ घाट, घोड़ामाड़ा छठ घाट और रमजान पुल स्थित गांधी घाटों पर सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालु जुटने लगे थे।

पंडित उमाकांत ने बताया कि इस महापर्व में छठ व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास रखते हैं। पर्व में मन और शरीर की शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया गया। ऐसी मान्यता है कि छठी मैया की बच्चों पर विशेष कृपा होती है। संतान की सुख, समृद्धि और दीर्घायु जीवन की कामना के लिए भी इस व्रत की बड़ी अहमियत है। जहां हिन्दू समाज में अधिकतर पर्व महिलाओं द्वारा ही की जातीं हैं। वहीं छठ महापर्व में पुरूषों की संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। प्रकृति के अनुकूल इस पर्व में अराध्य देवता भगवान सूर्य की उपासना की गई। अध्यात्म और प्रकृति से परिपूर्ण यह पर्व सामाजिक समरसता का अदभुत प्रमाण है। भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद महिलाएं घाट पर एक दूसरे को सिदूर लगाईं। इसके साथ ही छठी मैया से अपने सुहाग की रक्षा के साथ परिवार के सदस्यों सहित समाज में शांति और खुशहाली के लिए भी प्रार्थनाएं किए।

वहीं डीएम हिमांशु शर्मा ने विभिन्न छठ धाटों का निरीक्षण किए। साथ ही एसपी कुमार आशीष अपने परिवार के साथ बेलवा स्थित ओद्रा छठ घाट पर उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य दिए।


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