सीमापार की गतिविधियों पर निगाहें रख रहा प्रशासन
संवाद सहयोगी किशनगंज संवेदनशील माना जाने वाला किशनगंज जिला में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद क
संवाद सहयोगी, किशनगंज
: संवेदनशील माना जाने वाला किशनगंज जिला में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद की जा रही है। दो अंतरराष्ट्रीय और एक अंतरराज्यीय सीमा के जुड़े होने के कारण सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस जिले की सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। खासकर नेपाल से सटने वाली लगभग 105 किमी लंबी खुली सीमा के उस पार की गतिविधियों पर निगरानी रखने को लेकर तमाम सुरक्षा एजेसियां सतर्क हो गई हैं।
नेपाल सीमा से सटे जिले के आठ थाने और एक दर्जन से अधिक बॉर्डर आउट पोस्ट पर तैनात एसएसबी जवानों ने चौकसी बढ़ा दी है। गलगलिया से लेकर फतेहपुर बीओपी के बीच तैनात एसएसबी की 12वीं, 19वीं व 41वीं बटालियन तैनात है। इसके अलावा गलगलिया, पाठामारी, सुखानी, जियापोखर, गंधर्वडांगा, दिघलबैंक, कोढ़ोबाड़ी, टेढ़ागाछ व फतेहपुर थाना अवस्थित है। एसपी कुमार आशीष ने एसएसबी के तीनों बटालियन कमांडेंट व नेपाल के झापा व मोरंग जिले के एसपी के साथ बैठक कर तमाम संदिग्ध गतिविधियों को लेकर अलर्ट किया है।
सीमापार की संदिग्ध गतिविधियों व चुनाव तैयारी को लेकर शुक्रवार को पूर्णिया के जोनल आइजी विनोद कुमार समीक्षा कर सीमावर्ती इलाकों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है। साथ ही सीमा पार बैठे असामाजिक तत्वों पर सख्ती बरतने को कहा है।
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बांग्लादेश सीमा पर पर भी नजर -
बांग्लादेश की सीमा किशनगंज से मात्र 22 किलोमीटर की दूरी पर है, जहां बीएसएफ के जवान मुस्तैदी से तैनात हैं। बीच का इलाका बंगाल का है। बंगाल से जिले में प्रवेश करने वाले मुख्य रास्तों पर किशनगंज पुलिस के द्वारा चेकपोस्ट तैयार कर जांच शुरू कर दिया गया है। सीमावर्ती इलाकों से प्रवेश करने वाले हर ट्रांजिट प्वाइंट पर पुलिस व एसएसबी तैनात है और लगातार पेट्रोलिग की जा रही है। एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी के नेतृत्व में जिले के सभी चेक पोस्टों पर वाहन जांच अभियान चलाकर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।