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अक्टूबर में ऐसा बरसा पानी कि अभी तक खेत हैं लबालब

अगहन चल रहा है और गोगरी सर्किल नंबर-एक के किसान आसमान देख रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 07:06 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 07:06 PM (IST)
अक्टूबर में ऐसा बरसा पानी कि अभी तक खेत हैं लबालब
अक्टूबर में ऐसा बरसा पानी कि अभी तक खेत हैं लबालब

जागरण संवाददाता, खगड़िया : अगहन चल रहा है और गोगरी सर्किल नंबर-एक के किसान आसमान देख रहे हैं। वे चाहकर भी खेतों में बुआई नहीं कर पा रहे हैं। इस साल अक्टूबर की मूसलाधार बारिश उनके लिए आफत बनकर आई।

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गोगरी सर्किल नंबर एक में रबी की खेती पर जल जमाव के कारण अब तक ग्रहण लगा हुआ है। किसान खेतों में जल जमाव से परेशान हैं। वर्तमान में रबी की बुआई हो रही है, परंतु सर्किल नंबर एक के कई किसान हाथ पर हाथ रखकर पानी सूखने के इंतजार में बैठे हैं। करीब एक हजार एकड़ में अब भी जल जमाव है। जिस कारण यहां के किसान खेत की जुताई नहीं कर पा रहे हैं।

मीरकेल स्लूईस गेट को बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो की ओर से खोलने के बाद भी पूर्ण जलनिकासी संभव नहीं हो पाया है। सर्किल नंबर-एक में एनएच 31 के उत्तर महेशखूंट से लेकर सतीश नगर तक जल जमाव है। बारिश और कोसी के सिपेज का पानी इस क्षेत्र में जमा हो जाता है। दो तरफ से बीएन तटबंध और एक तरफ से एनएच 31 से घिरे होने के कारण पानी का निकास नहीं हो पाता है। जिस कारण यहां के सैकड़ों एकड़ में पानी जमा रहता है। किसानों के अनुसार अगर पानी विलंब से सूखा तो बोआई संभव नहीं है। किसानों के अनुसार कई खेतों से पानी निकल गया है, परंतु अत्यधिक नमी रहने से जुताई और बोआई संभव नहीं है। स्थानीय किसानों ने इस ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है। जल जमाव की समस्या के स्थाई समाधान की मांग की है। रबी की बोआई नहीं होने पर किसानों को मुआवजा देने की भी मांग की है।


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