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अगुवानी घाट जाने में होगी शिव भक्तों की परीक्षा

खगड़िया।सावन आते ही प्रखंड के उत्तर वाहिनी अगुवानी गंगा घाट पर स्नान दान करने वाले श्रद्धालुअ

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Jul 2017 12:23 AM (IST)Updated: Mon, 10 Jul 2017 12:23 AM (IST)
अगुवानी घाट जाने में होगी शिव भक्तों की परीक्षा
अगुवानी घाट जाने में होगी शिव भक्तों की परीक्षा

खगड़िया।सावन आते ही प्रखंड के उत्तर वाहिनी अगुवानी गंगा घाट पर स्नान दान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगती है। विडंबना है कि बीते कुछ वर्षों से एक माह के इस आयोजन में कांवरियों को फजीहत झेलना पड़ता है। स्थानीय स्तर पर प्रशासन इसके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं करती है। जबकि, यहां जिला के बाहर कोसी और मिथिलांचल के लोग भी काफी संख्या में पहुंचते हैं। इस वर्ष भी अगुवानी के रास्ते ही नहीं गंगा घाट तक श्रद्धालुओं को परेशानी से निजात दिलाने के उपाय नहीं किए गए हैं।

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इस बार भी है शिव भक्तों को परेशानी

विभिन्न जिलों के अतिरिक्त नेपाल तक के श्रद्धालु अगुवानी गंगा घाट पार कर देवघर, वासुकीनाथ, अजगैवी मठ पर महादेव को जल चढ़ाने जाते हैं। खास तौर पर यहां श्रावणी मेला लगता है। ¨कतु अगुवानी बस स्टैंड की स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि इस बार सावन में अगुवानी में बाबा के भक्तों की परीक्षा ही होगी। बताते चलें सावन पूर्णिमा के साथ ही लोगों का जल भरना शुरू हो चुका है। पहली सोमवारी में महादेव को जलाभिषेक करने और उपवास रखने वाले व्रतियों का स्नान दान को लेकर आज इस घाट पर काफी भीड़ होगी। अबतक प्रशासन द्वारा अगुवानी बस स्टैंड, गंगा घाट आदि पर दुरुस्त व्यवस्था नहीं की गई है। बस स्टैंड में पेयजल तक की व्यवस्था नहीं है। वर्षों से एक चापाकल बेकार पड़ा है। इस बार तो कांवरियों को महेशखूंट-अगुवानी पथ से होकर अगुवानी गंगा घाट तक पहुंचने में नाकों चने चबाने होंगे। चूंकि, परबत्ता बाजार में एक दिन वर्षा होने पर एक सप्ताह तक जलजमाव हो जाता है। वहीं, लेलिन नगर तेमथा के पास सड़क पर जलजमाव होता है। बरसात के इस मौसम में सड़क पर जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होगी तो कांवरियों का चलना मुश्किल हो जाएगा।

बदतर है अगुवानी में व्यवस्था

प्रखंड के चर्चित अगुवानी बस स्टैंड पर वर्षों पहले तत्कालीन एसडीओ ए संतोष मैथ्यू के प्रयास से धर्मशाला, मुसाफिरखाना, शौचालय का निर्माण हुआ था आज मुसाफिरखाना तो अतिक्रमित है। धर्मशाला में गंदगी का अंबार आदि समस्या है। जबकि, शौचालय जंगल में तब्दील है। इतना ही नहीं थोड़ी सी वर्षा में मुसाफिरखाना और धर्मशाला के सामने जलजमाव हो जाता है। ऐसे जगहों से कैसे कांवरिये बाबा के दरवार में पहुंचेंगे। जहां किसी तरह की सुविधा नहीं है। जबकि, अगुवानी गंगाघाट पर भी किसी तरह की व्यवस्था नहीं है।

पंचायत के मुखिया की सुनें

सियादतपुर अगुवानी पंचायत के मुखिया ¨पटू कुमार ने कहा कि अगुवानी बस स्टैंड विकास समिति के नाम से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा परबत्ता में राशि जमा है। प्रशासन के लोग उस राशि से अगुवानी स्टैंड की समस्या समाप्त कराए। मैंने चापानल ठीक कराने के लिए मिस्त्री बुलाया था लेकिन मिस्त्री ने अधिकारी का परमीशन नहीं होने पर ठीक करने से इनकार कर दिया।

इस बाबत बीडीओ ने कहा कि वे बैरिके¨टग, साफ-सफाई समेत अन्य कार्य करवाने का प्रयास कर रहे हैं। जलजमाव वाले हिस्से में कुछ मिट्टी भी डाले गए हैं।

जबकि, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि वे घाट पर और बस स्टैंड नजर बनाए हुए हैं। नाव पर क्षमता से अधिक व्यक्ति को किसी भी स्थिति में सवार नहीं करने की नाविक को हिदायत दी गई है।


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