चिकित्सकों की कमी के बीच क्वारंटाइन सेंटर पर रखी जा रही नजर
खगड़िया। कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन के बीच जिले में भारी संख्या में प्रवासी लोग अपने घर
खगड़िया। कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन के बीच जिले में भारी संख्या में प्रवासी लोग अपने घरों को लौटे। जिसमें 65 विदेश से और सात हजार के करीब देश के दूसरे हिस्से से लौटे हैं। प्रशासनिक स्तर पर इनलोगों को ठहराने के लिए जिले में 131 क्वारंटराइन सेंटर खोले गए हैं। क्वारंटाइन सेंटर में स्वास्थ्य जांच ठहराया जाता हैं। पूर्व में आए लोगों को होम क्वारंटाइन में रखा गया है। जबकि बाद में आए तीन हजार लोगों को विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर पर रखा गया है। यहां रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है, लेकिन बात अगर स्वास्थ्य सुविधा की करें, तो इन सेंटरों पर चिकित्सा की समुचित व्यवस्था नहीं हैं। जिले में चिकित्सकों की घोर कमी के कारण इन सेंटरों पर एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य की देखभाल में लगाया गया है। परेशानी होने पर या तो अस्पताल से चिकित्सक को बुलाया जाता है अथवा बीमार को ही अस्पताल पहुंचाया जाता है। अस्पतालों में भी चिकित्सकों की कमी के कारण परेशानी हो रही है।
सिविल सर्जन डॉ. डीके निर्मल के अनुसार चिकित्सक की कमी है। बावजूद विपदा की इस घड़ी में जो भी चिकित्सक हैं, वे सजगता व जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहे हैं। सभी क्वारंटाइन सेंटर पर चिकित्सक नहीं दिए जा सकते हैं। संबंधित प्रखंड के चिकित्सा प्रभारी व अन्य चिकित्सक वहां पहुंचकर जांच करते हैं। किसी तरह की समस्या व संदेह पर अस्पताल लाकर जांच व चिकित्सा होती है। सभी क्वारंटाइन सेंटर पर विशेष नजर रखी जा रही है।