एसडीओ ने दिए सीओ को जांच के आदेश
खगड़िया। शहर के नगर पालिका रोड स्थित पुरानी सब्जी मंडी में भीषण आग लगने से अफरा-तफरी
खगड़िया। शहर के नगर पालिका रोड स्थित पुरानी सब्जी मंडी में भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। चारों ओर कोहराम मच गया। आसपास के लोगों द्वारा अपने-अपने घरों से सामान निकालने की होड़ मच गई। आग की चपेट में नगर परिषद कार्यालय भी आ गया। सब्जी मंडी के इर्द- गिर्द पूजन सामग्री की दुकानें समेत कई दुकानें राख में तब्दील हो गयी। अगलगी के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चला है। हालांकि सूत्रों के अनुसार आग जेनरेटर ब्लास्ट करने से लगी।
इधर, नगर परिषद के पूर्व सभापति मनोहर कुमार यादव, पार्षद रणवीर कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता नसीम उर्फ लंबू समेत कई लोग वहां पहुंचे। स्थानीय लोगों द्वारा आग पर काबू पाने का भरसक प्रयास किया गया। खगड़िया व बेगूसराय से अग्निशमन वाहन मंगाए गए तब जाकर आग पर काबू पाया गया। बिजली काट दी गई।
इधर, एडीएम शत्रुंजय मिश्रा, सदर एसडीओ धर्मेंद्र कुमार, सदर एसडीपीओ आलोक रंजन, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार गुप्ता, नगर थानाध्यक्ष रामस्वार्थ पासवान, चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार आदि भी घटना स्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सदर एसडीओ ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। सदर अंचलाधिकारी अंबिका प्रसाद को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
इधर, स्टालधारी हसमत अली उर्फ गुड्डू ने बताया कि कोरोना को लेकर मंडी से अलग दुकान चल रहा था। छठ पर्व को लेकर लोग मंडी के अपने-अपने स्टाल में सामान स्टोर कर रखे थे। अचानक आग लगी और उससे 50 लाख से अधिक का सामान जलकर राख हो गया। लोगों ने बताया कि बगल के काली मंदिर में भी आग लगने की संभावना को देखते हुए प्रतिमा को मंदिर से बाहर निकाला गया और विसर्जन किया गया। मेला को लेकर मंगाए गए झूले आदि भी अगलगी में राख हो गया। आग लगने की सूचना पर नगर परिषद के बड़ा बाबू जितेंद्र कुमार व कर्मी गगन कुमार कार्यालय पहुंचे और महत्वपूर्ण फाइलों को आग से बचा लिया। लोगों द्वारा दोनों को कार्यालय में जाने से मना किया गया फिर भी दोनों ने हिम्मत से काम लिया। बावजूद नगर परिषद के कंप्यूटर, जेनरेटर, प्रिटर व कई कागजात अगलगी में राख हो गया। ''त्योहार के समय आग लगने की घटना काफी दुखद है। पीड़ित दुकानदारों की संपत्ति के नुकसान का आकलन कर उन्हें मुआवजा देने को लेकर प्रशासन द्वारा प्रक्रिया अपनाई जाए। ताकि इन छोटे- मोटे व्यवसायियों को अपने व्यवसाय फिर खड़े करने में सहूलियत हो।
सीता कुमारी, सभापति, नगर परिषद खगड़िया।