थल सेना जवान 16 साल से जगा रहे हैं योग का अलख
पेज तीन का बाटम -------------- फोटो 20 केएचजे 1 व 2 --------- = थल सेना में नायब सूबेदार पद पर हैदराबाद में हैं कार्यरत = वर्ष 2019 में विश्व योग दिवस पर गांव आकर लोगों को किया था जागरूक --------------------- जासं
खगड़िया। जिले के सतीशनगर गांव निवासी थल सेना में नायब सूबेदार (मास्टर-टेक रडार) पद पर कार्यरत इंद्रदेव कुमार भूषण आज आम और खास के बीच योग का अलख जगा रहे हैं। वे कहते हैं- 21वीं में दवा नहीं योग निरोग रहने का मूलमंत्र है। आज संपूर्ण विश्व योग का लोहा मान चुका है। कोरोना संकट काल में योग की महत्ता और बढ़ गई है। मजबूत और स्वस्थ्य शरीर पर कोरोना हमला नहीं कर सकता है।
सपरिवार योग को लेकर कर रहे हैं जागरूक
खास बात यह है कि इंद्रदेव कुमार भूषण अकेले नहीं सपरिवार योग का अलख जगाने में लगे हुए हैं। वे फिलहाल हैदराबाद में कार्यरत हैं। देश की रक्षा के साथ-साथ सैनिकों को योग के गुर सिखा रहे हैं। इसके साथ गांव आने पर लोगों को योग को लेकर जागरूक करते हैं। वर्ष 2016 और 2019 में विश्व योग दिवस पर छुट्टी लेकर अपने गांव आए तथा लोगों को योग को लेकर जागरूक किया। उनकी पत्नी सुधा कुमारी जिले के प्राथमिक विद्यालय पैकांत में शिक्षिका हैं। वे भी बच्चों को लगातार योग के प्रति जागरूक करती रहती हैं। पुत्री श्रेयाश्री और पुत्र अभिनीत अर्श एसएलडीएबी खगड़िया में पढ़ रहे हैं। ये दोनों भी योग में निपुण हैं और पढ़ाई के साथ-साथ योग के प्रति छात्र-छात्राओं को जागरूक करते हैं। क्या कहते हैं इंद्रदेव कुमार भूषण
वर्ष 2004 में योग से जुड़ा। अगर आप नियमित योग करते हैं, तो लाइफ स्टाइल से संबंधित बीमारी यथा मधुमेह, ब्लड प्रेशर आदि से दूर रहेंगे। यह इम्युनिटी सिस्टम को भी मजबूत करता है, इसलिए कोरोना को दूर रखने में मददगार है। मानसिक मजबूती भी प्रदान करता है। लोगों से अपील है कि वे योग को जीवन में अपनाएं।