अतिक्रमण की 'फांस' में गोगरी-जमालपुर बाजार
खगड़िया। अतिक्रमण की मार से गोगरी अनुमंडल की सभी सड़कें कराह रही है। महेशखूंट-अगुवानी पथ पर महेशखूंट स
खगड़िया। अतिक्रमण की मार से गोगरी अनुमंडल की सभी सड़कें कराह रही है। महेशखूंट-अगुवानी पथ पर महेशखूंट से ही अतिक्रमण शुरू हो जाता है। महेशखूंट, गोगरी-जमालपुर, मड़ैया, परबत्ता, अगुवानी आदि में अतिक्रमण देखा जा सकता है। बीच-बीच में अतिक्रमण हटाने का प्रयास किया जाता है, परंतु कुछेक दिनों बाद ही स्थिति जस की तस हो जाती है। महेशखूंट में सड़क किनारे दुकानें लगाई जाती है। जबकि गोगरी जमालपुर बाजार अतिक्रमण से कराह रही है। यहां सर्वाधिक अतिक्रमण है। अतिक्रमण के कारण रोज जाम लगता है। इससे आम व्यवसायी और नागरिक परेशान है। छोटी-मोटी दुर्घटना घटती रहती है। यहां अतिक्रमण का मुख्य कारण बाजार की सड़क पर फुटकर दुकानदारों का कब्जा है। ठेला-खोंमचा वाले, सब्जी वाले सड़क को अतिक्रमित कर दुकान लगाते हैं, इससे प्रतिदिन गोगरी जमालपुर बाजार में जाम लगता है। प्रशासनिक अधिकारियों की कवायद का परिणाम अभी तक शून्य ही निकला है। बीते मई माह में गोगरी सीओ और गोगरी थाना पुलिस द्वारा गोगरी-जमालपुर में घूम-घूम कर अतिक्रमण हटाने का अल्टीमेटम दिया गया। परंतु, परिणाम अब तक ढाक का तीन पात ही निकला है। हाल यह है कि जगह-जगह सड़कों पर अतिक्रमण कर स्थाई व अस्थाई दुकानें बन गई है। कई जगह पर लोग सड़क का उपयोग निजी रूप में भी कर रहे हैं।
जमालपुर बाजार में तो सड़क पर ही दुकानें सजती है। जिसकी हालत देख यह कहना मुश्किल है कि यह अनुमंडल की मुख्य सड़क है। इसके अलावा प्रखंड कार्यालय, अस्पताल के पास, राटन आदि जगहों पर भी कई स्थायी व अस्थायी दुकानें सजी है। सड़क किनारे बालू गिट्टी का भंडार कर लोग अपना व्यवसाय चला रहे हैं। बताते चलें कि गोगरी-जमालपुर बाजार के फल-सब्जी दुकानदारों को रामजानकी ठाकुरबाड़ी के परिसर में व्यवस्थित किया जाना था, जो अब तक नहीं हो पाया है।
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बीच में अतिक्रमण हटाया गया था। अब पुन: योजना बनाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा। अतिक्रमणकारियों से सख्ती से निपटा जाएगा।
सुभाषचंद्र मंडल, एसडीओ, गोगरी।
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