मासूम आशीष के लिए देवदूत बने डा. दीपक
अपने माता-पिता को बीते दिनों सड़क दुर्घटना में खो चुके पांच वर्षीय गंभीर रूप से घायल मासूम बालक आशीष के लिए दादा जेपी हास्पिटल महेशखूंट के डा. दीपक कुमार भगवान बनकर आए।
जागरण संवाददाता, खगड़िया : अपने माता-पिता को बीते दिनों सड़क दुर्घटना में खो चुके पांच वर्षीय गंभीर रूप से घायल मासूम बालक आशीष के लिए दादा जेपी हास्पिटल महेशखूंट के डा. दीपक कुमार भगवान बनकर आए। वास्तव में डा. दीपक कुमार ने यह साबित कर दिया कि डाक्टर भगवान के रूप होते हैं। न कोई शुल्क लिया और न ही स्वजनों का इंतजार किया। मासूम की जान बचाने में लग गए। डा. दीपक बताते हैं कि बच्चे की मासूमियत और यह सुनकर की उसके मां- बाप की हृदय विदारक मौत हो गई है, उनकी आंखें भी नम हो गई। उन्होंने बताया कि गंभीर अवस्था में पहुंचे बालक आशीष को बचाने के लिए हमने अपना 100 प्रतिशत दिया। उसे बचाने के लिए पूरी ताकत लगा दी। ऊपर वाले की दया से आशीष सोमवार को स्वस्थ होकर अपने घर भागलपुर जिले के सुल्तानगंज-बालू घाट स्वजन के साथ वापस लौट गया। डा. दीपक कुमार ने बताया कि सबकुछ पैसा ही नहीं होता है। मासूम आशीष की इलाज के लिए अगर उसके स्वजन का इंतजार करते तो शायद अनहोनी घट जाती। मालूम हो कि बीते 13 मई को जिले के पसराहा थाना अंतर्गत पितौंझिया ढाला के समीप हृदय विदारक घटना घटित हुई थी। जिसमें विवाह कार्यक्रम में शामिल हो थाना बिहपुर के हरिओ गांव से अपने घर सुल्तानगंज बालू घाट जा रहे दंपती 35 वर्षीय गोविद तांती और 27 वर्षीय चांदनी देवी की पसराहा थाना अंतर्गत पितौंझिया ढाला के समीप सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दंपती अपने पांच वर्षीय बेटे आशीष के साथ स्कूटी पर सवार होकर थाना बिहपुर से परबत्ता, अगवानी घाट के रास्ते सुल्तानगंज जा रहे थे। इस घटना में मृतक दंपती के पांच वर्षीय पुत्र आशीष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसका इलाज महेशखूंट के डा. दीपक कुमार ने निशुल्क किया।