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आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद देना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य : सीएम

संभावित बाढ़ व सुखाड़ की तैयारी को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री के समीक्षा के दौरान समाहरणालय में डीएम आलोक रंजन एवं एसपी अमितेश कुमार सहित अन्य अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिग में शामिल हुए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 09:32 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 09:32 PM (IST)
आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद देना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य : सीएम
आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद देना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य : सीएम

जागरण संवाददाता, खगड़िया : संभावित बाढ़ व सुखाड़ की तैयारी को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री के समीक्षा के दौरान समाहरणालय में डीएम आलोक रंजन एवं एसपी अमितेश कुमार सहित अन्य अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिग में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने डीएम से संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति के साथ तैयारियों की जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पिछले वर्षों के बाढ़ के अनुभवों को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी करते हुए सजग एवं सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद देना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य है। अगले चार महीने तक सभी को सजग एवं सतर्क रहना है। इस वर्ष बिहार में सामान्य मानसून रहने का पूर्वानुमान भारत मौसम विज्ञान केंद्र ने दिया है। अगले एक सप्ताह में तापमान में सामान्य से दो से चार प्रतिशत तक की कमी आएगी। बिहार में 13 जून को मानसून पूर्णिया के रास्ते प्रवेश करने की उम्मीद है। बाढ़ पूर्व कर लें तैयारी मुख्यमंत्री ने बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर मानक प्रक्रिया के अनुसार ड्राई राशन पैकेट, पालिथीन सीट का वितरण, कम्युनिटी किचन, राहत शिविर इत्यादि की तैयारी पूरी करने के साथ बाढ़ आश्रय स्थल में शौचालय, पेयजल, रोशनी की व्यवस्था एवं मेडिकल कैंप की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया। कोविड की जांच भी करने का निर्देश दिया गया। निजी नावों के साथ इकरारनामा करने एवं गत वर्ष का भुगतान नाविकों को करने का निर्देश दिया गया। क्षतिग्रस्त मकानों के लिए गृह क्षति अनुदान, एसडीआरएफ की टीमों की संख्या बढ़ाने, कृषि इनपुट अनुदान का वितरण, आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण, सुखाड़ की स्थिति में डीजल अनुदान योजना के क्रियान्वयन के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिया गया। भूमिगत जल स्तर की स्थिति, भूजल स्तर के आलोक में संवेदनशील पंचायतों की निगरानी, शहरी क्षेत्रों में नाला उड़ाही, अशक्त वर्गों की पहचान एवं उनके सुरक्षित निष्कासन की व्यवस्था, बोट एंबुलेंस, टीकाकरण, ग्रामीणों पथों एवं पुल-पुलिया के पुनस्र्थापना एवं मरम्मति कार्य, जल जीवन हरियाली के सार्थक परिणाम, चापाकल मरम्मति अभियान आदि की भी समीक्षा की गई। डीएम ने बाढ़ व सुखाड़ को लेकर दी जानकारी

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वीडियो कांफ्रेंसिग में डीएम ने मुख्यमंत्री को खगड़िया जिले में बाढ़ एवं सुखाड़ की तैयारियों के संबंध में अवगत कराते हुए बताया कि तटबंध एवं जमींदारी बांधों पर कटाव निरोधक एवं सुरक्षात्मक कार्य कराया जा रहा है। इस वर्ष 18 जगहों पर कार्य किया जा रहा है। सोनमनखी का सुरक्षात्मक बांध का कार्य समाप्त हो गया है। जिले में सामान्य से ज्यादा वर्षापात अभी तक हुआ है। खगड़िया में आवश्यक सामग्रियों एवं पशु चारा का दर निर्धारित कर दिया गया है। मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप मानव दवा एवं पशु दवा जिले में उपलब्ध है। पिछले वर्ष अनुग्रह अनुदान की राशि 53 हजार से ज्यादा परिवारों को बाढ़ के दौरान अंतरित की गई थी। जिले में 137 जगहों पर शरण स्थली को चिन्हित किया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की मरम्मति कराई जा रही है और इसे ससमय पूरा कर लिया जाएगा। नाविकों का भुगतान भी जल्द ही पूर्ण हो जाएगा। एसडीआरएफ की टीम के आवासन हेतु जगह को चिन्हित कर लिया गया है। खगड़िया में जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 24 घंटे कार्यरत है। संभावित बाढ़ अथवा सुखाड़ से निपटने के लिए तैयारी पूरी है।


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