बाढ़ प्रभावित इलाके में नहीं किया गया ब्ली¨चग का छिड़काव
खगड़िया। गंगा के बाढ़ का पानी गांव-घर से लगभग निकल चुका है। परंतु, गांव-टोले के लो-लैंड में पानी जमा है। इससे महामारी की आशंका गहराने लगी है।
खगड़िया। गंगा के बाढ़ का पानी गांव-घर से लगभग निकल चुका है। परंतु, गांव-टोले के लो-लैंड में पानी जमा है। इससे महामारी की आशंका गहराने लगी है। आश्चर्य की बात है कि अब तक जल जमाव वाले इलाके में ब्ली¨चग पाउडर का छिड़काव तक नहीं किया गया है। इससे बाढ़ प्रभावित लोगों में आक्रोश है। बाढ़ पीड़ित उपेक्षा से आहत हैं। मालूम हो कि इस वर्ष प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत के नाम पर दीयासलाई तक का वितरण नहीं किया गया है। न अधिकारी और न ही जनप्रतिनिधि ही झांकने आए। विष्णुपुर के नंदन, सीताराम ¨सह, निक्कू राणा, भोला झा आदि ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की उपेक्षा आहत करने वाली है। गांव में जगह-जगह बाढ़ का पानी फंसा हुआ है। पानी दुर्गंध देने लगा है। लेकिन, यहां ब्ली¨चग का छिड़काव तक नहीं किया गया है। ग्रामीण अपने से जल निकासी का प्रयास कर रहे हैं। वहीं माधवपुर के लाल रतन कुमार ने कहा कि विष्णुपुर में शीघ्र ब्ली¨चग छिड़काव की जरूरत है। नहीं तो यहां महामारी फैल सकती है। जबकि माधवपुर पंचायत के मुखिया जनार्दन कुमार ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से बात करेंगे और ब्ली¨चग छिड़काव की दिशा में पहल करेंगे। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एनपी मेहरा ने कहा कि संबंधित पंचायतों में ब्ली¨चग पाउडर मुखिया को उपलब्ध कराए गए हैं। चूना भी उपलब्ध कराया गया है। एएनएम के माध्यम से भी प्रभावित इलाके में ब्ली¨चग का छिड़काव किया जा रहा है।