गंगा डेंजर लेवल से 1.14 सेमी ऊपर
खगड़िया। गंगा और बूढ़ी गंडक समेत कोसी व बागमती के जलस्तर में वृद्धि हुई है। लेकिन, गंगा और बूढ़ी गंडक उफान पर है। दोनों नदियों के जलस्तर में अभी और वृद्धि की संभावना है।
खगड़िया। गंगा और बूढ़ी गंडक समेत कोसी व बागमती के जलस्तर में वृद्धि हुई है। लेकिन, गंगा और बूढ़ी गंडक उफान पर है। दोनों नदियों के जलस्तर में अभी और वृद्धि की संभावना है। जानकारी अनुसार ऊपर में गंगा के बढ़ने से खगड़िया में भी नदी बढ़ रही है। बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया के अधीक्षण अभियंता संजय रमण ने इसकी पुष्टि की है।
कहने का मतलब खगड़िया के लोगों को फिलहाल राहत नहीं है। यहां गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होगी। अगर गंगा बढ़ेगी, तो बूढ़ी गंडक में भी उफान बढ़ेगा। बताते चलें कि खगड़िया में ही बूढ़ी गंडक गंगा नदी से संगम करती है। ऐसे में, गंगा के बढ़ने पर बूढ़ी गंडक का पानी भी बढ़ता है। मालूम हो कि जिले के तीन प्रखंड सदर, गोगरी और परबत्ता के कई गांव-टोले बाढ़ की चपेट में है। अब इन जगहों पर संकट और बढ़ेगा। स्थिति धीरे-धीरे भयावह ही होगी।
दूसरी ओर बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को गंगा खारा धार स्लूईस के पास डेंजर लेवल से एक मीटर 14 सेमी ऊपर थी। बीते 24 घंटे में पांच सेमी की वृद्धि हुई है। वहीं
बूढ़ी गंडक खगड़िया एनएच-31 ब्रिज के पास डेंजर लेवल से 81 सेमी ऊपर है। 24 घंटे में मात्र दो सेमी की वृद्धि हुई है। हालांकि, गंगा और बूढ़ी गंडक के बढ़ने के संकेत हैं। इधर, बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया के अधीक्षण अभियंता संजय रमण ने बताया कि सभी बांध-तटबंध सुरक्षित है। निगरानी रखी जा रही है।
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