गोशाला को पांच काव मैट दान दिया गया
खगड़िया गोशाला नित्य प्रतिदिन अपने विकास के पथ पर बढ़ चला है। कोरोना काल में आर्थिक मंदी से निपटने के लिए संचालन समिति के सदस्य और जिले के समाजसेवियों द्वारा गोरक्षा के लिए तीन ई-रिक्शा दान किए गए।
जागरण संवाददाता, खगड़िया: खगड़िया गोशाला नित्य प्रतिदिन अपने विकास के पथ पर बढ़ चला है। कोरोना काल में आर्थिक मंदी से निपटने के लिए संचालन समिति के सदस्य और जिले के समाजसेवियों द्वारा गोरक्षा के लिए तीन ई-रिक्शा दान किए गए। मन्नू देवी द्वारा गोकाष्ठ और गाय के गोबर से बनने वाले गमला निर्माण के लिए लाखों के मशीन दान किए गए। वह काबिले तारीफ है। वहीं लोगों के सहयोग से गोशाला परिसर में करीब 20 लाख की लागत से सेड का निर्माण कराया जा रहा है। जो अपने आप में गौशाला के लिए बड़ी उपलब्धि है। लोग खुलकर गौ रक्षा में गौशाला में दान करने पहुंच रहे हैं। गुरुवार को इसी कड़ी में एक और कड़ी जुड़ गई। जिले की दानवीर गौ रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाने वाली मन्नू देवी जालान ने गाय को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए गुरुवार को पांच काव मेट गौशाला में दान किया। यह मेट हरियाणा से मंगाई गई है। इस मेट के लग जाने से गाय को बीमारियों से बचने में मदद मिलेगी। खास करके गाय में होने वाले थनैला रोग नहीं होंगे। गाय के अवशेष गोबर जमीन पर गिरे रहते थे। जिससे उसके नमी से गायों में संक्रमण का खतरा रहता था। जिसके कारण गाय बीमार पड़ जाती थी और उसकी दूध भी कम होने लगती थी। गाय को जहां शारीरिक नुकसान होता था वहीं गौशाला को इससे आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा था। लेकिन अब जब गौशाला में काव मेट लगने लगे हैं, तो जहां एक तरफ गाय को बीमारियों से बचाया जा सकेगा, वहीं गौशाला को 10 प्रतिशत अधिक दूध का उत्पादन होगा। जिससे आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। गुरुवार को सूचना मिलने के बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह गौशाला के पदेन अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार गौशाला पहुंचे। जहां उन्होंने दानवीर मन्नू देवी जालान के कार्यों को सराहा और लोगों से गौशाला में दान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि गौशाला को 60 मेट की जरूरत है। मेट के लग जाने से गाय को बीमारियों से बचाया जा सकेगा।