सड़कों पर नाच रहीं हैं मौतें, पितौंझिया ढाला बना डेंजर जोन
जिले की सड़कों पर मौत नाच रही हैं। प्रतिदिन कहीं न कहीं सड़क दुर्घटना घटती है। लोगों की जान जाती हैं। घायल होते हैं। एनएच-31 107 महेशखूंट-अगुवानी पथ समेत ग्रामीण सड़कों पर हादसे हो रहे हैं।
संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया): जिले की सड़कों पर मौत नाच रही हैं। प्रतिदिन कहीं न कहीं सड़क दुर्घटना घटती है। लोगों की जान जाती हैं। घायल होते हैं। एनएच-31, 107, महेशखूंट-अगुवानी पथ समेत ग्रामीण सड़कों पर हादसे हो रहे हैं। एनएच-31 का पितौंझिया ढाला डेंजर जोन बना चुका है। जहां बीते दिनों स्कूटी सवार एक दंपती की मौत टैंकर की चपेट में आने से हो गई। जबकि दंपती का पांच वर्षीय मासूम पुत्र घायल हो गया।
एनएच 31 पर पितौंझिया ढाला से लेकर सतीश नगर तक में बीते दो माह के अंदर सात -आठ लोगों की मौतें हुई है। जबकि एक दर्जन से ऊपर लोग जख्मी हुए हैं। 19 मार्च को एनएच 31 पर देवठा बजरंगबली स्थान के पास हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं तीन लोग घायल हो गए। मृतक की पहचान भागलपुर जिले के नाथनगर थाना के चंपानगर- नरेगा चौक निवासी अब्दुल रहमान के रूप में की गई। उनके साथ मोटरसाइकिल पर सवार अब्दुल्ला घायल हो गए। अन्य घायलों की पहचान जिले के गोगरी थाना अंतर्गत जमालपुर निवासी बबलू सिंह और बड़हरा गांव के श्यामदेव यादव के रूप में हुई। 17 अप्रैल को सतीश नगर पेट्रोल पंप के पास दुर्घटना में सोनडीहा के युवक संजीत कुमार घायल हो गए। 19 अप्रैल की अहले सुबह सड़क हादसे में बेगूसराय के नागेश्वर सिंह की मौत हो गई। जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। 21 अप्रैल को पुलिस लाइन में पदस्थापित एएसआइ चंदन कुमार झा एनएच 31 पर हादसे में घायल हो गए। 29 अप्रैल को महद्दीपुर-छड़की घर निवासी सूरज कुमार की मौत सड़क हादसे में गई। तीन मई को दुर्घटना में घायल सोंडीहा के रणवीर कुमार की मौत हो गई। वहीं 8 मई को ट्रैक्टर से कुचलकर सोंडीहा के मृत्युंजय कुमार की भी मौत हो गई। इधर बीते 13 मई को टैंकर की चपेट में आने से सुल्तानगंज के दंपती की मौत हो गई। मड़ैया ओपी क्षेत्र में बीते 16 मई को स्कार्पियो हादसा में नेपाल और अररिया के करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए। उसमें वैसा गांव के भी एक लोग जख्मी हुए। वहीं 16 मई की रात को कबेला पेट्रोल पंप के पास हुए सड़क हादसे में माधवपुर के कुंदन कुमार उर्फ चिराग की मौत हो गई। जबकि बाबू साहब सिंह जख्मी हैं। अधिकांश दुर्घटनाओं का कारण तेज रफ्तार है। लापरवाही और ओवरटेक भी घटना का कारण है। पुलिस प्रशासन समय-समय पर वाहन जांच अभियान चलाती है। जो बाइक जांच तक सिमट कर रह जाती है। गोगरी एसडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि लापरवाही वाहन चालक और ओवरलोडिग के खिलाफ कार्रवाई को लेकर निर्देश जारी करेंगे।