संस्थान की लापरवाही से हुई इंजीनिय¨रग के छात्र देवशरण की मौत
खगडि़या। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मिजोरम के छात्र देवशरण कुमार का शव रविवार की सुब
खगडि़या। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मिजोरम के छात्र देवशरण कुमार का शव रविवार की सुबह जैसे ही पचौत गांव पहुंचा वैसे ही परिजन के क्रंदन से वातावरण गमगीन हो गया। गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया। आस-पड़ोस में चूल्हे नहीं जले।
परिजनों के मुताबिक देवशरण बीटेक दूसरे सत्र का छात्र था। संस्थान में ही 20 मार्च को विषाक्त भोजन करने से उसके पेट में दर्द शुरू हुआ। दिन-प्रतिदिन जब छात्र की हालत बिगड़ने लगी, तो प्रबंधक के द्वारा आनन-फानन में बीमार छात्र को अकेले मिजोरम से प्लेन पर सवार करा कर पल्ला झाड़ लिया गया। संस्थान के द्वारा परिजन को जानकारी दी गई कि, उसे 29 मार्च को गुवाहटी के लिए प्लेन में बिठा दिया गया है। बीमार छात्र अकेले ही गुवाहटी पहुंचा। वह किसी तरह गुवाहटी रेलवे जंक्शन पहुंचा और वहां अचेत हो गया। जिसे आरपीएफ के द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन, 30 मार्च को उसने दम तोड़ दिया। देवशरण का शव उसका दोस्त एंबुलेंस से लेकर 1 अप्रैल को पचौत गांव पहुंचे। जानकारी के मुताबिक पचौत गांव निवासी रामविलास राम का पुत्र देवशरण शुरू से ही मेधावी था। बेटे की प्रतिभा को देख पिता ने उसकी पढ़ाई-लिखाई में दिन-रात एक कर दिया। लेकिन, इधर होनी को कुछ और ही मंजूर था।
इधर, रामविलास राम ने संस्थान पर आरोप लगाते हुए कहा कि संस्थान की लापरवाही के कारण उनके होनहार पुत्र की मौत हुई है। देवशरण की मौत के लिए संस्थान जिम्मेवार है।