परबत्ता में पुलिस-प्रशासन हवा में ही चला रहा तीर
खगड़िया। परबत्ता प्रखंड में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही के कारण कोरोना नियमों की धज्जियां उ
खगड़िया। परबत्ता प्रखंड में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही के कारण कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ रही है। सूत्रों के अनुसार यहां पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी कागज पर ही घोड़ा दौड़ा रहे हैं। जिसके कारण कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है। मड़ैया बाजार में गाइड लाइन के अनुसार सोमवार को कपड़े की दुकानें बंद रहनी थी। लेकिन, यहां के अधिकांश कपड़े दुकानें खुली थी। यहां मास्क और शारीरिक दूरी का भी पालन प्राय: नहीं हो रहा है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी शाम चार बजे के आसपास सड़क पर उतर कर टहल लेते हैं और कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों को देखकर सटर गिर जाता है और उनके जाने बाद दुकानें खुल जाती हैं। कुछ दुकानदार आधा सटर गिराकर दुकानदारी करते हैं। जदयू प्रखंड अध्यक्ष ध्रुव कुमार शर्मा ने कहा कि इस संदर्भ में स्थानीय अधिकारी को आगाह भी करा चुके हैं। कोरोना की घड़ी में सरकार की गाइड लाइन का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपना रवैया बदलें, नहीं तो प्रदेश नेतृत्व को इससे अवगत कराया जाएगा। बीडीओ रविशंकर कुमार ने कहा कि मड़ैया बाजार में मजिस्ट्रेट की तैनाती है। नियम के विरुद्ध दुकान खोलने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बूढ़ी गंडक किनारे शवदाह गृह में जलाए जाएंगे कोरोना से मरने वालों के शव
प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार अब तक कोरोना से जिले में 21 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। इनमें प्रथम लहर में हुई छह मौतें भी शामिल हैं। कहने का मतलब दूसरी लहर में कोरोना से 15 लोगों की मौतें हुई हैं। खैर, अब कोरोना से मरने वालों का दाह संस्कार खगड़िया बूढ़ी गंडक किनारे अवस्थित शवदाह गृह में किया जाएगा। यह शवदाह गृह वर्षों से बेकार पड़ा था। लकड़ी चालित इस शवदाह गृह की मरम्म्त युद्धस्तर पर जारी है। जल्द ही यह चालू हो जाएगा। नगर परिषद के जेई सह प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी रौशन कुमार ने बताया कि इस शवदाह गृह की क्षमता 10 बेड की है। अब कोरोना से मरने वाले लोगों का दाह-संस्कार यहां ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दो-चार दिनों के अंदर शवदाह गृह की मरम्मत कार्य पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद इसे चालू कर दिया जाएगा।