कामाथान-अलौली स्टेशन के बीच निर्माण कार्य में आई तेजी
खगड़िया। खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना अंतर्गत कामाथान- अलौली के बीच निर्माण कार्य में
खगड़िया।
खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना अंतर्गत कामाथान- अलौली के बीच निर्माण कार्य में एक बार फिर तेजी आई है। कामाथान-अलौली स्टेशन के बीच 17वें किलोमीटर पर आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज ) के ऊपरी हिस्से की ढलाई का कार्य पूर्ण हो गया है। अंबा के निकट निर्माणाधीन आरयूबी के ऊपरी हिस्से की ढलाई भी इस सप्ताह पूरी हो जाएगी। कामाथान-अलौली के बीच स्लीपर और पटरी बिछाने का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
कामाथान-अलौली स्टेशन के बीच दो बड़ा पुल, तीन आरयूबी एवं तीन छोटी पुलिया का निर्माण होना है। जिसमें एक बड़ा पुल, एक आरयूबी एवं तीन छोटी पुलिया का निर्माण कार्य डेढ़ वर्ष पहले ही पूरा कर लिया गया है। अलौली यार्ड के निकट आरयूबी निर्माण कार्य दो माह पूर्व एवं अंबा के निकट आरयूपी का निर्माण कार्य डेढ़ माह पूर्व शुरू किया गया। अलौली यार्ड के निकट 17वें किलोमीटर पर निर्माणाधीन आरयूबी के ऊपरी हिस्से की ढलाई का कार्य होली के पहले ही पूरा कर लिया गया है। अंबा स्लूईस के निकट निर्माणाधीन आरयूबी के ऊपरी हिस्से की ढलाई का कार्य इस सप्ताह पूर्ण होने की संभावना है।
अलौली स्टेशन स्थित प्लेटफॉर्म के फ्लोरिग का कार्य हो चुका है।
कामाथान-अलौली के बीच रेल लाइन लिकिग कार्य से जुड़े संवेदक राम मोहन शर्मा ने बताया कि अलौली यार्ड में पांच सौ मीटर हिस्से में एक नंबर लाइन लिकिग का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि दो नंबर लाइन लिकिग के लिए मेटल स्लीपर एवं पटरी बिछा दिया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि रेल लाइन लिकिग का कार्य शीघ्र पूरा हो जाएगा।
कोट के लिए
खगड़िया- अलौली स्टेशन के बीच रेल परिचालन शुरू करने की प्रक्रिया के तहत निर्माण कार्य युद्धस्तर पर कराने का निर्देश दिया गया है।
- शबीबी अहमद, डिप्टी चीफ इंजीनियर, खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना
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कहां फंसा है पेच
खगड़िया: खगड़िया-कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना में अलौली से आगे तीन नदी है। जिस पर बड़े-बड़े पुल बनाए जाने हैं। जिसका अब नए सिरे से अध्ययन किया जा रहा है। ताकि बाढ़ ग्रस्त इस इलाके में आगे कोई समस्या खड़ी न हो। हाइड्रोलोजिकल स्टडी के लिए आरआइटीईएस को जिम्मेवारी दी गई है। स्टडी रिपोर्ट आने के बाद अलौली से आगे कार्यारंभ किया जाएगा। उप मुख्य अभियंता, निर्माण, शबीब अहमद भी स्टडी रिपोर्ट आने के बाद कार्यारंभ की बात कहते हैं।
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मिथिला से फरकिया के जुड़ने की राह में है व्यवधान
= खगड़िया-कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना का बजट 162 करोड़ से बढ़कर हुआ 575 करोड़
खगड़िया : खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना अंतर्गत खगड़िया-अलौली के बीच निर्माण कार्य में जहां तेजी आई है, वहीं इससे आगे गतिरोध कायम है। कहने का मतलब फरकिया से मिथिला के जुड़ने की राह में अवरोध ही अवरोध है। लगभग डेढ़ दशक पूर्व तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान के कार्यकाल में इस महत्ती योजना की बुनियाद पड़ी थी। उसके बाद कोसी-बागमती होकर न जाने कितना पानी गुजरा, परंतु
खगड़िया-कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना पूरी नहीं हो पाई है। खगड़िया सांसद के प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह कहते हैं कि उस समय इस योजना की बजट लगभग 162 करोड़ था जो अब 575 करोड़ का हो गया है। उनके अनुसार अब तक 147 करोड़ की राशि आबंटित हुई है। देर होने के कारण ही बजट में बढ़ोत्तरी हुई है। इधर फरकिया के लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि एक ओर सरकार लंबित योजना को पूरी करने की बात कहती है, वहीं इस परियोजना को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है। जानकारी अनुसार इस महत्ती योजना का कार्यारंभ 2007 में हुआ। 2009 में पूर्ण करने की बात थी। इसके बाद 2011, 2013, 2016, 2019 और अब अगस्त 2020 में पूर्ण होने की बात कही जा रही है। जो संभव प्रतीत नहीं हो रहा है। खगड़िया-कुशेश्वरस्थान रेल परियोजना अंतर्गत नौ बड़ा पुल बनाना है जिसमें मात्र चार बना है। अलौली के आगे हथवन के पास पांचवां पुल बन रहा है। चार में हाथ भी नहीं लगा है। पूर्वोत्तर रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक सुभाषचंद्र जोशी और सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने रेल मंत्री का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।