बाढ़ से पूर्व तैयारी को लेकर शरण स्थलों को किया जा रहा चिह्नित
बाढ़ पूर्व तैयारी आरंभ है। बेलदौर जिले का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित प्रखंड है। प्रत्येक साल यहां की कई पंचायतें कोसी-काली कोसी की बाढ़ से प्रभावित होती है।
संवाद सूत्र, बेलदौर (खगड़िया): बाढ़ पूर्व तैयारी आरंभ है। बेलदौर जिले का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित प्रखंड है। प्रत्येक साल यहां की कई पंचायतें कोसी-काली कोसी की बाढ़ से प्रभावित होती है। एमओ आमोद कुमार के नेतृत्व में ऊंचे शरण स्थलों का चयन आरंभ हो गया है। उन्होंने मध्य विद्यालय स्वर्णपुरी का स्थानीय निरीक्षण किया। बताया कि बाढ़ के दौरान तीन सौ परिवार यहां शरण ले सकते हैं। इस मौके पर मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। चापाकल, शौचालय और बिजली व्यवस्था को लेकर संतोष जाहिर किया गया। प्राथमिक विद्यालय बारुण का भी जायजा लिया गया। यहां की क्षमता 150 परिवारों की है। परंतु, यहां का चापाकल खराब पाया गया। जिसकी मरम्मत को लेकर निर्देश दिए गए हैं। मध्य विद्यालय बेलदौर की क्षमता तीन सौ परिवारों की है। लेकिन यहां के शौचालय की मरम्मत की आवश्यकता है। चार चापाकल में एक खराब है। जबकि एक भी पंखा नहीं है। --------------- गोगरी रिग बांध के ऊंचीकरण की जगी उम्मीद
संवाद सूत्र, गोगरी (खगड़िया): बौरना पंचायत प्रति वर्ष बूढ़ी गंडक की बाढ़ की चपेट में आती है। इसका मुख्य कारण गोगरी रिग बांध का क्षतिग्रस्त होना है। बूढ़ी गंडक का पानी बढ़ने पर पंचायत में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाता है। रिग बांध को सु²ढ़ करने को लेकर पंचायत की मुखिया यासमीन, मुखिया प्रतिनिधि नासिर इकबाल ने बेलदौर विधायक पन्नालाल सिंह पटेल को पत्र लिखा था। विधायक ने आरइओ के कार्यपालक अभियंता को दूरभाष पर कहा कि बांध पर पांच फीट मिट्टी देना सुनिश्चित करें। उन्होंने बांध की ऊंचीकरण एवं मरम्मत को लेकर आरइओ के कार्यपालक अभियंता के अलावा बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक, खगड़िया के कार्यपालक अभियंता से भी मोबाइल पर बात की।