तेजा टोला में माता शीतला की हुई आराधना, श्रद्धालुओं की लगी भीड़
कटिहार। शहर के तेजा टोला स्थित शीतला मंदिर में पारंपरिक ढंग से मां शीतला की पूजा-अर्चन
कटिहार। शहर के तेजा टोला स्थित शीतला मंदिर में पारंपरिक ढंग से मां शीतला की पूजा-अर्चना हुई। इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। श्रद्धालुओं ने माता शीतला की पूजा अर्चना के साथ हवन, प्रसाद वितरण एवं कुमारी कन्याओं को भोजन भी कराया गया। शीतला माता को अत्यंत शीतल माना जाता है। कहा जाता है कि ये कष्ट-रोग हरने वाली होती है। इनकी सवारी गधा है। उनके हाथ में कलश, सूप, नीम के पत्ते और झाड़ू होती है। उनकी आराधना गर्मी के मौसम में ही की जाती है। शीतला अष्टमी वाले दिन शीतला माता को इनको शीतल और बासी खाना चढ़ाया जाता है। यह हिदूओं का एक प्रमुख त्योहार है। स्कंद पुराण में माता शीतला का वर्णन मिलता है जिसमें उन्हें चेचक, खसरा और हैजा जैसी संक्रामक बीमारियों से बचाने वाली देवी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि शीतला अष्टमी के दिन से ही मौसम तेजी से गर्म होने लगता है। शीतला माता के स्वरूप को शीतलता प्रदान करने वाला कहा गया है। गर्म होते इस मौसम में मौसमी बीमारियां भी होती हैं, जिन्हें शांत करने के लिए देवी की पूजा की जाती है। इस त्योहार का उद्देश्य साफ-सफाई और सात्विकता को बढ़ावा देना है ताकि बीमारियों से बचा जा सके। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में बासुदेव प्रसाद शर्मा, मानिक ठाकुर, ओम प्रकाश निराला, रामजी ठाकुर, श्री कृष्ण ठाकुर, रवि कुमार शर्मा, रंजन कुमार, अमरदीप कुमार, रंजीत ठाकुर, निशांत कुमार, महेश ठाकुर, अशोक ठाकुर, निरंजन कुमार, राजेश दास, पंकज दास, मुकेश कुमार, कुमार सौरभ, राजा कुमार सहित अन्य लोगों की अहम भूमिका रही।