महबूल के जिद से हारे परिजन, मतदान के लिए खाट पर लाद कराया नदी पार
कटिहार। 72 वर्षीय मो. महबूल के जज्बे को सलाम। बीमार अवस्था में भी उन्होंने लोकतंत्र के इस मह
कटिहार। 72 वर्षीय मो. महबूल के जज्बे को सलाम। बीमार अवस्था में भी उन्होंने लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी सहभागिता के लिए ऐसी जिद ठानी कि परिजन भी मजबूर हो गए। आखिर उनके लिए चारपाई की व्यवस्था की गई और उन्हें खाट पर लाद नदी पार कराते हुए बूथ तक ले जाया गया। अंतत: वोट डालने के बाद महबूल को सुकून मिली। महबूल ने कहा कि यह देश के लिए जरुरी है। अगर कोई वोट नहीं डालता है तो समझिए वह अपने अहम कर्तव्य से पिछड़ रहा है।
यद्यपि इसके पीछे महबूल ही नहीं इस पूरे गांव का दर्द भी छिपा हुआ है। दरअसल कोढ़ा प्रखंड के कोसी धार के चुरलीघाट पर पुल नहीं होने से विनोदपुर पंचायत के वार्ड संख्या 12 दानीपुर गांव के लोगों को धार पार कर बूथ तक जाना पड़ता है। यह आम दिनों की भी समस्या है। फिलहाल महापर्व को लेकर उनका उत्साह कहीं से कम नहीं रहा। महिला-पुरुष मतदाता खेतों के बीच बनी पगडंडी से गुजरकर चुरबीघाट नदी तैरकर प्राथमिक बी चुरबीघाट मतदान केंद्र संख्या 143 पहुंच अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस दौरान बुजुर्ग व महिला मतदाताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जहां महिलाओं को नदी के पानी से भींगे कपड़ों में मतदान करने के लिए लंबी कतारों में घंटों खड़ा रहना पड़ा, वहीं बुजुर्ग मतदाताओं को परिजनों द्वारा चारपाई पर नदी पार कराया गया। इन परेशानियों के बाबजूद मतदाताओं के चेहरों पर लोकतंत्र के महापर्व में अहम भूमिका निभाने की खुशी झलक रही थी। इस गांव में करीब नौ सौ मतदाता हैं। आजाद अली, मु. हन्नान, मु.रहीम, मु. नौशाद, जमशेद, खेरून निशा, जिलेखा खातून, राधा देवी, तारा देवी, नूरजहां खातून आदि ने बताया कि आजादी के बाद से ही नदी तैरकर वोट डालने जा रहे हैं। इस संदर्भ में कई बार जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन से गांव में मतदान केंद्र बनवाने की मांग की गई, परंतु आज तक गांव में मतदान केंद्र नहीं बनाया गया।