दवा विक्रेताओं ने श्रम संहिता की प्रतिलिपि जलाकर जताया विरोध
कटिहार। बीएसएसआर यूनियन के बैनर तले गुरुवार को जिले के दवा विक्रय प्रतिनिधियों ने बिनोदपुर
कटिहार। बीएसएसआर यूनियन के बैनर तले गुरुवार को जिले के दवा विक्रय प्रतिनिधियों ने बिनोदपुर दवा बाजार में नये श्रम कानून के चार कोड के प्रतिलिपि को जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अरूण घोष ने कहा कि एक अपैल 2021 से श्रम कानून के तहत चार संहिताओं को केन्द्र सरकार ने लागू कर दिया है। इस मामले को लेकर पूरे देश में अखिल भारतीय कार्यक्रम के तहत संहिता की प्रतिलिपि को जलाया जा रहा है। श्रम संहिता कानून मजदूर विरोधी कानून है । संघ के सचिव चंदन कुमार सिंह ने बताया कि इस कानून से मजदूरों का शोषण बढ़ेगा। जहां तीन सौ से अधिक मजदूर कार्य करते है वहां का प्रबंधन कभी भी कार्य बंद कर सकते हैं। ऐसे में इन मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। संघ के उदय डे ने कहा कि इस कानून से काम के घंटे में बढोतरी कर दी गई है,लेकिन मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी पर उहापोह की स्थित बनी हुई है। इस कानून में हड़ताल के अधिकार को छीनना, 1976 से चले आ रहे एसपीई एक्ट एवं अधिकांश धाराओ को समाप्त करना, नियमित रोजगार के बदले फिक्स रोजगार, टर्म रोजगार लागू करना सहित कई नियम मजदूर विरोधी है।इस मौके पर श्रीकांत सिंह ,अमित कुमार, प्रकाश सिंह,मृत्युजय ,विक्की, संजीव,झा , संजीव सिन्हा ,सहित कई लोग मौजूद थे