युवा मुखिया के प्रयास से बदल रही अब सकरैली की तस्वीर
कटिहार। सेमापुर ओपी क्षेत्र के सकरैली पंचायत में युवा मुखिया के प्रयास से नई इबारत लिखी जा र
कटिहार। सेमापुर ओपी क्षेत्र के सकरैली पंचायत में युवा मुखिया के प्रयास से नई इबारत लिखी जा रही है। बुनियादी समस्याओं के समाधान को लेकर उनका प्रयास लगातार रंग ला रहा है। इतना ही सकरैली के एकमात्र स्थापना अनुमति विद्यालय श्री मन्ना लाल साह हरिजन उच्च विद्यालय को बंद होने से भी उन्होंने बचाया। साथ ही विद्यालय की जमीन जो फाउंडेशन के नाम से हो गया था पुन: श्री मन्ना लाल साह हरिजन उच्च विद्यालय के नाम कराने में अहम भूमिका निभाई। अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् से राजनीति जीवन में आने वाले सकरैली के मुखिया बालकृष्ण पटेल समाज हित में सदा से सक्रिय रहे हैं। यही कारण है कि बिजली का मामला हो या किसान हित का वे मुद्दे को लेकर प्रशासन के चौखट से सड़कों पर उतरने से कभी गुरेज नहीं किया। वर्ष 2015 में फांडेशन लाइफ फांर आंल ने जब श्री मन्ना लाल साह हरिजन उच्च विद्यालय को बंद करने का निर्णय लिया तो समाज हित और स्थानीय बच्चों के हित में वे आम सभा बुलाकर विद्यालय को बचाने के लिए सड़क पर उतर गए। आज उनके प्रयास से विद्यालय में काफी संख्या में बच्चे पठन-पाठन कर रहे हैं। मुखिया बालकृष्ण पटेल किसान हित में भी कई बार आंदोलन कर चुके है और किसानों को आंधी तूफान में हुई फसल छति का मुआवजा भी दिलवा चुके हैं। मुखिया बालकृष्ण पटेल ने बताया कि सकरैली की पहचान ही मन्ना बाबू के नाम से होती है। वे काफी दानी थे। दो विद्यालय के लिए उन्होंने जमीन दान दी है। पांच साल पहले सकरैली के कई गांवों में बिजली व सड़क नहीं थी। वही सेमापुर में लां वाल्टेज की समस्या थी। पंचायत योजना से परजैली, मधुबनी, मुख्य टोला, सकरैली आदिवासी टोला, टोंगा गांव आदि जगहों पर सड़क का निर्माण कराया गया। बिजली को लेकर आंदोलन के फलाफल पावर सब स्टेशन का निर्माण हुआ। सकरैली में लोगों को राशन कार्ड दिलाने, शौचालय निर्माण के लिए राशि, प्रधानमंत्री आवास योजना, वृद्धों, दिव्यांग, विधवा महिला को पेंशन दिलाने के लिए हर जतन किया गया। पंचायत में पांच सामुदायिक शौचालय का निर्माण भी हुआ है। कोरोना काल में अपने पंचायत में हर गली में सैनेटाइजर का छिड़काव कराने के साथ लोगों के बीच माक्स का वितरण किया गया। गांव के गलियों में स्ट्रीट लाईट , कूड़ादान की व्यवस्था की गई। सकरैली सेमापुर की मुख्य सड़क का निर्माण विधायक कोटे से कराया गया। इससे मक्का के सीजन में लोगों को जाम से निजात मिलेगी। वही सकरैली पंचायत में विधायक से मिलकर टिकटिकी पाड़ा की सड़क, सकरैली मिलिक टोला गांव से मखनाघार तक जाने वाली सड़क का निर्माण कराया गया। मुखिया बालकृष्ण पटेल ने कहा कि पांच वर्ष के कार्यकाल में विकास के लिहाज से कई उल्लेखनीय कार्य कराए गए हैं। अभी विधायक फंड से छठ घाट बनना है। वही रघु चौक से कटरिया चौक तक सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है। सकरैली को स्मार्ट पंचायत बनाना उनका अंतिम लक्ष्य है।
क्या कहते है ग्रामीण : ग्रामीण अब्दुल रहमान ने कहा कि सकरैली पंचायत में मुखिया के कार्यकाल में काफी काम हुआ है। वे हर सुख दु:ख में जनता के साथ खड़े रहते है। पांच साल में सकरैली में मुखिया ने अपने पंचायत की राशि के साथ विधायक फंड से भी कई काम कराया है। श्रीमोहन मंडल ने कहा मुखिया ने वृद्धजन द्वियांग को पेंशन दिलवाने के साथ लोगों का राशन कार्ड बनवाने के लिए दिन रात जुटे रहे। शौचालय का निर्माण सहित प्रधानमंत्री आवास का लाभ पारदर्शिता के साथ दिलाने का प्रयास किया।