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बारसोई नगर पंचायत के मुख्य पार्षद पर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव

कटिहार। बारसोई नगर पंचायत की मुख्य पार्षद अमृता देवी के विरुद्ध 17 में से 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। शुक्रवार को मुख्य पार्षद के नाम का अविश्वास पत्र कार्यपालक पदाधिकारी के माध्यम से मुख्य पार्षद और कई वरीय पदाधिकारियों को दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Sep 2021 10:51 PM (IST)Updated: Fri, 24 Sep 2021 10:51 PM (IST)
बारसोई नगर पंचायत के मुख्य पार्षद 
पर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव
बारसोई नगर पंचायत के मुख्य पार्षद पर लाया गया अविश्वास प्रस्ताव

कटिहार। बारसोई नगर पंचायत की मुख्य पार्षद अमृता देवी के विरुद्ध 17 में से 11 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। शुक्रवार को मुख्य पार्षद के नाम का अविश्वास पत्र कार्यपालक पदाधिकारी के माध्यम से मुख्य पार्षद और कई वरीय पदाधिकारियों को दिया गया। प्रस्ताव पत्र में सभी पार्षदों ने दावा किया है कि शपथ पत्र के माध्यम से एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। यह भी कहा है कि अपने दो साल के कार्यकाल में अमृता देवी ने नगर के विकास संबंधी कार्यों में कोई रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने आम जनता से भी दूरी बना ली। वह कभी कार्यालय नहीं आई। अगर किसी को कोई काम हुआ तो उनके घर का चक्कर लगाते रह गए। पार्षदों का आरोप है कि मुख्य पार्षद के नाम पर उनके प्रतिनिधि द्वारा नगर पंचायत का संचालन मनमाने ढंग से किया जा रहा है। जो बिल्कुल गलत है। वही इस संबंध में वार्ड पार्षद धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले आठ महीने से साधारण बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई गई है। जिसके चलते पिछले प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो सकी है और ना ही आगे के विकास कार्य के लिए प्रस्ताव लिया जा रहा है। जिस कारण बारसोई नगर के सारे विकास कार्य ठप हैं। नगर के बजट संबंधी फाइल को मुख्य पार्षद में तीन महीने तक दबाकर रखा। जिसके चलते नगर का विकास बजट भी तय नहीं हो पाया। उनके प्रतिनिधि द्वारा पार्षदों के विरुद्ध अमर्यादित शब्द का प्रयोग किया जाता है। यह आरोप असंतुष्ट पार्षदों ने लगाया है।

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ज्ञात हो कि बारसोई को नगर पंचायत बने चार वर्ष से अधिक हो गया है। नगर पंचायत के इस पूरे कार्यकाल में यह तीसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। इससे पहले दो वर्ष बीतने के बाद मुख्य पार्षद शारदा देवी के विरुद्ध अविश्वास लाया गया था। उसके बाद अमृता देवी मुख्य पार्षद बनी। उनके कार्यकाल में एक वर्ष बाद ही गलत तरीके से अविश्वास लाया गया था, जिसे खारिज कर दिया गया था। बता दें कि 19 सितंबर को अमृता देवी के कार्यकाल का दो वर्ष पूरा हो गया है। वहीं इस संबंध में बारसोई नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी बृज किशोर राम ने कहा कि नियम के अनुसार विश्वास मत हासिल करने के लिए मुख्य पार्षद के पास दो हफ्ते का समय है। इस बीच बैठक बुलाकर अगर अमृता देवी ने बहुमत हासिल कर लिया तो अविश्वास खारिज हो जाएगा, अन्यथा आगे की प्रक्रिया चलेगी। इस अवसर पर वार्ड पार्षद धर्मेंद्र सिंह, मेघनाथ मंडल, मोहम्मद सगीर, अख्तरी खातून ,लुत्फून बेगम, शारदा देवी, दीपक चंद्र दास ,विमला देवी, बेबी खातून, रूबी खातून, आयशा खातून इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।


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