छह माह से स्कूली बच्चों को नहीं मिल रहा मध्याह्न भोजन का चावल
कटिहार। कदवा के विभिन्न विद्यालयों में नामांकित छात्रों के बीच मध्याह्न भोजन के चावल का वितरण पिछले छह महीने से नहीं किया गया है। कोरोना काल में जारी लॉकडाउन के कारण पिछले वर्ष हीं स्कूली छात्रों को मध्याह्न भोजन के बदले चावल देने की व्यवस्था की गई थी। इसके तहत एक से कक्षा पांच तक के छात्रों को प्रतिदिन सौ ग्राम एवं छह से आठ तक के छात्रों को डेढ़ सौ ग्राम चावल का वितरण किया जाना है।
कटिहार। कदवा के विभिन्न विद्यालयों में नामांकित छात्रों के बीच मध्याह्न भोजन के चावल का वितरण पिछले छह महीने से नहीं किया गया है। कोरोना काल में जारी लॉकडाउन के कारण पिछले वर्ष हीं स्कूली छात्रों को मध्याह्न भोजन के बदले चावल देने की व्यवस्था की गई थी। इसके तहत एक से कक्षा पांच तक के छात्रों को प्रतिदिन सौ ग्राम एवं छह से आठ तक के छात्रों को डेढ़ सौ ग्राम चावल का वितरण किया जाना है। चावल का वितरण अभिभावकों के बीच किया जाना है, जबकि दाल, सब्जी, पुस्तक आदि की राशि सीधे छात्रों के बैंक खाते में भेजने का प्रविधान किया गया है। गत वर्ष तीन माह के अंतराल पर विद्यालयों में चावल का वितरण दिसंबर माह तक हुआ था, लेकिन कई विद्यालयों के छात्र दिसंबर के चावल से भी वंचित हैं। कदवा में 235 विद्यालय के अलावे मदरसा भी है। गत वर्ष कम चावल वितरण को लेकर कई विद्यालयों से शिकायत भी आई थी। अभिभावकों का आरोप था कि चावल वितरण में पदाधिकारी, शिक्षक एवं संवेदक की मिलीभगत से हेराफेरी की जा रही है। गत वर्ष चावल वितरण में अनियमितता को लेकर प्राथमिक विद्यालय गोगरा में अभिभावकों ने हंगामा भी किया था। बाद में पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि के हस्तक्षेप से अभिभावकों को शांत कर चावल वितरण किया गया था। शुरु से हीं यह योजना संवेदक, पदाधिकारी एवं शिक्षक के लिए कामधेनु रही है। गत छह माह से छात्रों को उनके हिस्से का चावल नहीं मिल पाया है और ना हीं छात्रों के खाते में अन्य मद की राशि ही भेजी गई है। इस संबंध में मध्याह्न भोजन योजना के प्रखंड साधन सेवी माधुरी कुमारी ने बताया कि गोदाम से चावल का आवंटन नहीं होने के कारण दिसंबर माह से छात्रों को मध्याह्न भोजन का चावल नहीं मिला है।