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कभी सामरिक व व्यापारिक महत्व के लिए जाना जाता था कटिहार का मनिहारी घाट स्टेशन

कटिहार। कभी सामरिक व्यापारिक व आर्थिक ²ष्टि से मनिहारी की घाट की प्रसिद्धि थी। लेकिन अब इसकी यादें भर रह गई है। कुछ दशक पूर्व तक झारखंड के साहिबगंज के सकरी गली से मनिहारी गंगा घाट तक रेलवे का बड़ा स्टीमर परिचालित होता था। मनिहारी से कुछ दूर स्थित तेजनारायणपुर के समीप मनिहारी घाट स्टेशन हुआ करता था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 06 Jun 2021 12:47 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jun 2021 12:47 AM (IST)
कभी सामरिक व व्यापारिक महत्व के लिए जाना जाता था कटिहार का मनिहारी घाट स्टेशन
कभी सामरिक व व्यापारिक महत्व के लिए जाना जाता था कटिहार का मनिहारी घाट स्टेशन

कभी सामरिक व व्यापारिक महत्व के लिए जाना जाता था कटिहार का मनिहारी घाट स्टेशन कटिहार। कभी सामरिक, व्यापारिक व आर्थिक ²ष्टि से मनिहारी की घाट की प्रसिद्धि थी। लेकिन अब इसकी यादें भर रह गई है। कुछ दशक पूर्व तक झारखंड के साहिबगंज के सकरी गली से मनिहारी गंगा घाट तक रेलवे का बड़ा स्टीमर परिचालित होता था। मनिहारी से कुछ दूर स्थित तेजनारायणपुर के समीप मनिहारी घाट स्टेशन हुआ करता था। स्टीमर से खाद्य सामग्री एवं सैनिक साजो सामान स्टीमर से मनिहारी गंगा घाट पहुंचता था। यहां से ट्रेन के माध्यम से खाद्य सामग्री सहित अन्य सामान पूर्वोत्तर के राज्यों तक पहुंचाया जाता था। पूर्वोत्तर राज्यों को रेल से जोड़ने का प्रमुख केंद्र मनिहारी को माना जाता था। मनिहारी घाट बंदरगाह के तौर पर विकसित था। गंगा नदी के रास्ते रेलवे के स्टीमर से खाद्य सामग्री सहित अन्य सामान पहुंचने के मनिहारी घाट व्यापारिक व आर्थिक गतिविधियों का भी केंद्र था। मनिहारी घाट स्टेशन के समीप रेलकर्मियों के लिए 700 से अधिक क्वार्टर था। रेलवे के बड़े अधिकारियों की पदस्थापना भी इस स्टेशन पर थी। बुजुर्गों की मानें तो घाट पर सेकड़ों को कुली रोजगार से अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते थे। स्थानीय लोगों को भी इससे रोजगार मिलता था। मनिहारी घाट से दार्जलिग मेल, नार्थ बंगाल एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन परिचालित होती थी। अभी भी रेलवे द्वारा बनाया गया क्वार्टर गौरवशाली अतीत की कहानी कहता है। रेलवे की कई एकड़ जमीन पर वर्तमान में लोग खेती कर रहे हैं। वर्तमान मनिहारी स्टेशन के एक जीर्ण शीर्ण कमरे में पुराने मनिहारी घाट स्टेशन की तस्वीर पुरानी यादों को ताजा करती है। गंगा नदी के कटाव एवं कई स्थानों पर गंगा नदी पर पुल बनने से इसकी महत्ता अतीत के पन्नों में सिमटती चली गई। 60 के दशक में अशोक कुमार एवं नूतन अभिनीत फिल्म बंदनी की शूटिग भी यहीं हुई थी। वर्तमान में मनिहारी व तेजनारायणपुर स्टेशन है। मनिहारी व साहिबगंज के बीच गंगा नदी पर फोरलेन सड़क पुल का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है।

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