क्वारंटाइन सेंटर में एमडीएम रसोईया का लिया जाएगा सहयोग
कटिहार। दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन
कटिहार। दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बाहर से आने वाले प्रवासियों को इन्हीं क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए आवासित किए किया जा रहा है। आवासित लोगों के भोजन सहित अन्य व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग के गाईडलाइन के अनुरूप की जा रही है। जिले के 500 से अधिक सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इनमें से अधिकांश विद्यालय प्रखंड, पंचायत एवं गांवों में अवस्थित है। केंद्र के संचालन में आ रही परेशानी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षक, शिक्षिका का सहयोग लेने का आदेश जारी किया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी को इससे संबंधित पत्र जारी कर इसे अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा है। विद्यालय के एमडीएम रसोईया को आवासित लोगों का भोजन तैयार करने एवं वितरण की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी। एमडीएम रसोईया को उनके मानदेय का भुगतान विभागीय स्तर से किया जाएगा। कोरोना महामारी में मानव सेवा एवं प्रभावित लोगों की मदद करने का आग्रह करते हुए सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं से अनिवार्य रूप से अपने पदस्थापित विद्यालय में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। दिव्यांग एवं महिला शिक्षक को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का परिचालन नहीं होने के कारण घर से स्कूल दूर रहने की स्थिति में घर के समीप स्थित विद्यालय में योगदान करने तथा इसकी सूचना पदस्थापित विद्यालय के प्रधान शिक्षक एवं नियंत्री पदाधिकारी को देने का निर्देश दिया गया है। जिन विद्यालयों को अब तक क्वारंटीन सेंटर के रूप में चिन्हित नहीं किया गया है, ऐसे विद्यालय के शिक्षक भी अपने स्कूल में उपस्थित रहेंगे। प्रवासी मजदूरों की संख्या को देखते हुए मुख्यालय स्तर से यह निर्णय लिया गया है। शिक्षा स्वयंसेवक एवं तालिमी मरकज के स्वयंसेवक का सहयोग भी केंद्र संचालन के काम में लिया जाएगा। बताते चलें कि जिले में अब तक 15 हजार से अधिक प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों से पहुंचे हैं।
केंद्र संचालन में परेशानी को देखते हुए दिया गया निर्देश
लॉकडाउन के कारण विद्यालय बंद रहने के कारण पठन-पाठन का काम ठप है। सरकारी स्कूलों को प्रवासी लोगों के लिए क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिह्नित किया गया है। केंद्र के संचालन में वर्तमान में भी कुछ शिक्षकों को लगाया गया है। अलग अलग विभागों के कर्मियों के भरोसे क्वारंटीन का संचालन किया जा रहा है। निविदा के आधार पर आवासित लोगों के लिए भोजन तैयार करने का काम किया जा रहा है। इस कारण कई स्थानों पर भोजन समय पर नहीं मिलने की शिकायत पर हंगामे की स्थिति भी बनी है। विद्यालय के एमडीएम रसोईया के सहयोग से भोजन तैयार कराने का उद्देश्य इसी कारण लिया गया है।