महामारी में भी आयुर्वेदिक अस्पताल शीतलपुर में लटक रहा है ताला
कटिहार। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी आजमनगर प्रखंड के शीतलपुर पंचायत अंतर्गत लाखों
कटिहार। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी आजमनगर प्रखंड के शीतलपुर पंचायत अंतर्गत लाखों की लागत से तैयार राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल शीतलपुर में ताला लटक रहा है। अस्पताल में प्रतिनियुक्त डॉ. ताला जड़ गायब हैं। अनुसूचित जाति कल्याण हेतु निर्मित इस आयुर्वेदिक अस्पताल में सुविधाओं की कोई कमी नहीं थी, परंतु लापरवाही व प्रशासनिक अनदेखी के कारण कभी इस अस्पताल से स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। लोग स्वास्थ्य सेवा को लेकर यत्र-तत्र भटकते हैं। कोरोना से जंग के बीच लोगों को उम्मीद थी कि अस्पताल का ताला जरुर खुलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्थानीय ग्रामीण रमन सिंह, सरपंच प्रतिनिधि भोला मंडल व पंचायत समिति सदस्य बबलू हांसदा ने बताया कि जब से इस अस्पताल की स्थापना हुई है, तब से 26 जनवरी और 15 अगस्त को ही यहां चिकित्सक को उन्होंने देखा है। कई बार शिकायत भी की गई,पर कोई असर नहीं हुआ। पंचायत की मुखिया श्रीति कुमारी ने बताया कि इस पंचायत के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कोसों भटकना पड़ता है। लॉकडाउन के कारण लोगों की परेशानी बढ़ी है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से इस दिशा में पहल का अनुरोध किया है।