कटिहार। बिहार सरकार द्वारा गुटखा की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी क्षेत्र के बाजारों में इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है। प्रतिबंध के बाद इसकी बिक्री में मुनाफाखोरी बढ़ गई है। गुटखा के थोक व खुदरा विक्रेता प्रतिबंध का भरपूर लाभ ले रहे हैं। पहले पच्चीस रुपये में बिकने वाली रजनीगंधा एवं तुलसी अब तीस रुपये में बिक रहा है। जबकि पांच रुपए में बिकने वाला कई कंपनी का गुटखा सात से आठ रुपये में बिक रहा है। सरकार द्वारा गुटखे पर लगाया गया प्रतिबंध का असर यहां नहीं दिख रहा है। बल्कि इससे विक्रेता भरपूर मुनाफाखोरी कर लाभ कमा रहे हैं। इस संबंध में कई फुटकर बिक्रेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि गुटखे के थोक विक्रेता मनमाना कीमत वसूलते हैं। वहीं आमलोगों ने कहा कि सरकार द्वारा प्रतिबंध का सख्ती से पालन होना चाहिए। या फिर प्रतिबंध हटा लेना चाहिए। वरना इसका हश्र भी शराबबंदी जैसा हो जाएगा। शराब पर कहने को प्रतिबंध है, लेकिन गांव-गांव में उंची कीमत पर शराब मुहैया कराया जा रहा है।
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