बदलते मौसम में रहें सावधान, मौसमी बीमारी कर सकती है परेशान
कटिहार। मौसम ने अपना रूख बदलना शुरू कर दिया। गर्मी के बीच अचानक ठंड का अनुभव और फिर
कटिहार। मौसम ने अपना रूख बदलना शुरू कर दिया। गर्मी के बीच अचानक ठंड का अनुभव और फिर उमस भरी गर्मी होने के कारण बरती गई अनदेखी खतरनाक साबित हो सकती है। इस दौरान अनियमित रहन रहन और लापरवाही के कारण लोग बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। मौसम में बदलाव के कारण इंफ्लूंजा सहित मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है। मौसम बदलने के बाद बच्चे एवं बुर्जुगों की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। इस दौरान रक्तचाप और मधुमेह के मरीजों को भी विशेष सावधानी की जरुरत है। इस दौरान सर्दी, जुकाम को अनदेखा करना परेशानी का सबब बन सकता है। इसको लेकर हर आयुवर्ग के लोगों को विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है। बदलते मौसम में जरुरी है सतर्कता :
मौसम में बदलाव के समय स्वछता एवं सतर्कता बरतकर बीमारियों की आशंका को हद तक कम किया जा सकता है। बदलते मौसम में इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। इसके लिए नियमित खान पान और साफ-सफाई बरतना आवश्यक है। मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमारियों की चपेट में आते हैं। जबकि सावधानी बरतकर इसे हद तक रोका जा सकता है। इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
गर्मी का अनुभव होने पर अचानक कपड़ा न खोले तापमान को सामान्य होने दे
- कंबल के साथ पंखा चलाकर न सोएं, छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें
- सर्दी जुकाम व बदन दर्द की शिकायत पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें
- लंबे समय तक बुखार रहने पर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार जांच करवाएं
- बिना चिकित्सक के सलाह के दवा व एंटीबायोटिक की खुराक न लें
- आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा व स्वच्छ रखें
- मच्छर व मक्खी के प्रकोप को नियंत्रित करें, मच्छरदानी का प्रयोग करें
- जंक फूड व बाजारों के खानपान का परहेज करें
- बीमार व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए कपड़े व तौलिए का प्रयोग न करें
- परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें।