जून माह में 20 वर्ष बाद लोगों ने देखा है गंगा का यह रुप
कटिहार। गंगा कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्वि से इसके निचले और तटवर्ती इलाको
कटिहार। गंगा, कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्वि से इसके निचले और तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बेचैनी अभी से बढ़ने लगी है। अभी से ही लोगों को संभावित प्रलयंकारी बाढ़ का भय सताने लगी है। ग्रामीण सह कांतनगर के मुखिया रंजीत झा व अन्य बजुर्गो की माने तो बीस वर्षो बाद जून माह में गंगा का यह रुप उन लोगों ने देखा है। सन 2000 में भी इसी तरह गंगा जून माह में ही उफनने लगी थी और समय से पूर्व ही यहां बाढ़ आ गया था। जिस तरह गंगा के जलस्तर में असमय वृद्धि हो रही है, उससे विभागीय अधिकारी भी सकते में है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल काढ़ागोला के एसडीओ अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्वि दर्ज की जा रही है। हालांकि यह चेतावनी स्तर से नीचे है। तटबंधों व स्परों के बचाव को लेकर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य भी कराए गए। उन्होंने फिलहाल किसी भी खतरे से इंकार किया है।