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खुले आसमान के नीचे बीती रात, आंखों से पिघल रहा था दर्द

कटिहार। सेमापुर ओपी क्षेत्र के सहरिया गांव में मंगलवार को लगी आग की तपिश दर्द के रुप में

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 10:09 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 10:09 PM (IST)
खुले आसमान के नीचे बीती रात, 
आंखों से पिघल रहा था दर्द
खुले आसमान के नीचे बीती रात, आंखों से पिघल रहा था दर्द

कटिहार। सेमापुर ओपी क्षेत्र के सहरिया गांव में मंगलवार को लगी आग की तपिश दर्द के रुप में बुधवार को भी बरकरार थी। अग्निपीड़ितों के आंखों से आंसू की बूंद बन कर यह दर्द निकल रहा था। बता दें कि मंगलवार को घटी इस घटना में 16 परिवारों के घर जले थे। तन पर मौजूद कपड़ा के सिवाय उनका कुछ नहीं बचा था। घर में मौजूद कपड़ा, अनाज, बर्तन सब जल गए। यही नहीं नगदी समेत सोने व चांदी के जेवरात भी जलकर राख हो गए। इस घटना में 50 लाख से अधिक की क्षति का अनुमान है। बता दें कि मंगलवार की रात्रि खाना बनाने के दौरान अब्दुल रौफ के घर में आग लग गई थी और देखते ही देखते मु. वकील, मु. महफूज, मु. हबीबुरहमान, मु. रेहवाउल, मु. नबुदुल, अब्दुल मन्नान, मु. सोनूर, मु. मुनीम, मु. जमाल, मु. रमजान, मु. बदरुद्दीन, मु. तैयमुर, मु. इसमाईल, मु. रज्जाक व मु. मंजूर के घर भी इसकी चपेट में आने से जल गए थे। अंचल पदाधिकारी द्वारा पीड़ित परिवारों के बीच अब तक पालीथीन का वितरण किया गया है। वही कुछ समाजसेवी द्वारा सूखा राशन दिया है। पंचायत के मुखिया मोतीऊर रहमान व समाजसेवी मु. आलमगीर ने प्रशासन से आवास योजना का लाभ देने की मांग की है।

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