केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर बरसे पप्पू यादव, लालू को दी ये कीमती सलाह
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि मन करता है-ये देश छोड़कर कहीं चले जाएं। साथ ही उन्होंने लालू को सलाह दी है।
कटिहार, जेएनएन। जन अधिकार पार्टी के संरक्षक सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि देश के माहौल को देखते हुए परिवार सहित देश छोड़ बाहर चले जाने का मन करता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश के राजनीतिज्ञों ने आम जनता के जीने का अधिकार छीन लिया है। इस बार लोकसभा चुनाव के बाद सदन में विकास का मुद्दा छोड़कर जय श्रीराम, अल्लाह हो अकबर, जय भीम जैसे नारों के साथ शपथ ग्रहण किया जा रहा है। इसी से देश की स्थिति का सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है।
पप्पू यादव ने ये बातें बुधवार को रेल परिसदन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि विकास के मुद्दे का दम भरने वाली इस डबल इंजन की सरकार में मुजफ्फरपुर में तीन सौ से अधिक बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो जाने के भी प्रधान मंत्री का ध्यान नही टूटता है। बीस दिन बाद मुख्यमंत्री और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री की संवेदना जगती है।
स्वास्थ्य मंत्री घटना के बीस दिन के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर समर्थकों से क्रिकेट का स्कोर पूछते है। उनके लिए इस जनता से बढ़कर मनोरंजन रह गया है। ऐसे लोगों को सरकार में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
इतनी बड़ी घटना की जिम्मेदारी लेने के बजाय सरकार द्वारा उच्च न्यायालय को दिए हलफनामा में चिकित्सक एवं स्वास्थ विभाग में कर्मियों की कमी का हवाला देकर जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने का काम कब तक करेगी। जनता इसका जवाब मांगे।
उन्होंने कहा कि देश की सरकार अगर जनता के हित में काम करना चाहती है तो दोनों सदनों की सहमति से एक ऐसा कानून लाए, जिसमें साफ हो कि अगर जनता द्वारा चयनित प्रतिनिधि दो वर्ष के अंदर चुनाव में किए गए वादे का 40 प्रतिशत कार्य भी नहीं कर पाया हो तो उनकी सदस्यता अपने आप रद्द हो जाए। साथ ही, दूसरे नंबर पर रहे उम्मीदवार को उस क्षेत्र में कार्य करने का मौका मिले।
राजद की कमान किसी ईमानदार नेता को सौंपे लालू
पूर्व सांसद ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार के लोग उनकी अनदेखी कर रहे हैं। उनसे मिलने भी परिवार का कोई सदस्य नहीं जाता है। परंतु लालू यादव अब भी धृतराष्ट बने हुए हैं। उन्हें परिवार का मोह छोड़कर किसी ईमानदार नेता को राजद की कमान सौंपनी चाहिए। इसी में राजद की भलाई है।
मृतक मजदूरों काे दस-दस हजार की सहायता की घोषणा
उन्होंने पुणे हादसे में मरे जिले के बलरामपुर के मजदूरों के परिजनों को दस-दस हजार की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार एवं उनके मंत्री द्वारा गरीबी का मजाक उड़ाया जा रहा है।