जदयू व लोजपा के ऐलान से चौकन्नी हुई जिला भाजपा
कटिहार। लोकसभा चुनाव में मिली गम के बाद विधान सभा चुनाव को लेकर जदयू व लोजपा के ऐलान से ि
कटिहार। लोकसभा चुनाव में मिली गम के बाद विधान सभा चुनाव को लेकर जदयू व लोजपा के ऐलान से जिला भाजपा अभी से चौकन्नी है। विस चुनाव में कटिहार के सात विस क्षेत्र में से अधिकांश पर दावेदारी को लेकर जिला इकाई अभी से प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी बात रखनी शुरु कर दी है। अंदरुनी तौर पर राजग में एक सियासी हलचल भी मचनी शुरु हो गई है।
बता दें कि कटिहार लोकसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही थी। यह सीट हर हाल में भाजपा के ही कोटे में आने को लेकर संगठन के पदाधिकारी से लेकर आम कार्यकर्ता तक पूरी तरह आश्वस्त थे। इसको लेकर पार्टी के कई कद्?दावर नेता टिकट मिलने की आस में महीनों से पसीना भी बहाते रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर यह सीट जदयू के कोटे में चली गई थी और कार्यकर्ता चुनावी बेला के पहले तक इसे पचा नहीं पा रहे थे। यद्यपि जदयू की जीत के लिए अंतत: पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुलकर पसीना बहाया था और राजग को जीत भी यहां मिली थी। ऐसे में अभी से जिला जदयू व लोजपा द्वारा विस चुनाव को लेकर सीटों की दावेदारी ठोके जाने से जिला भाजपा पूरी तरह सतर्क हो गई है। विस चुनाव में कार्यकर्ताओं को कहीं भी उस मन: स्थिति से नहीं जूझना पड़े इसके लिए प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व को अभी से कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत कराया जा रहा है। इधर लोस चुनाव में मिली जीत के बाद जदयू भी यहां काफी उत्साहित है। निश्चित रुप से लोस परिणाम से संगठन में नया उत्साह का संचार हुआ है और पार्टी यहां अपनी दावेदारी बढ़ाने को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी बात रख रही है। ऐसी ही कवायद लोजपा की ओर से भी जारी है। वे भी यहां अपनी हिस्सेदारी तलाश रही है।
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फोटो- 02 केएटी- 10
कोट- कटिहार सहित पूरा सीमांचल भाजपा का गढ़ रहा है। इस क्षेत्र में भाजपा, जदयू से सांगठनिक तौर पर भी काफी मजबूत है। लोस चुनाव में कटिहार सीट जदयू के खाते में जाने से कार्यकर्ताओं में कहीं न कहीं काफी निराशा हुई थी, लेकिन गठबंधन धर्म का इमानदारी से पालन किया गया था। विस चुनाव में कार्यकर्ताओं को फिर से निराश नहीं होना पड़े, इसके लिए पूर्व में प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर जिला इकाई की भावनाओं को रखा जा चुका है। सहयोगी दलों के दावेदारी से इतर जिला भाजपा खासकर सातों सीट पर अपनी दावेदारी पेश करेगी, जो जायज भी है। निश्चित रुप से प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर से भी कार्यकर्ताओं के भावनाओं का ख्याल रखा जाएगा।
मनोज राय, जिलाध्यक्ष, भाजपा।
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फोटो- 02 केएटी- 11
कोट- जदयू का एक कैडर वोट बैंक है। जदयू आरंभ से भी प्रदेश में बड़े भाई की भूमिका में रहा है। लोस चुनाव के परिणाम भी सबके सामने हैं। जदयू की तैयारी सातों सीटों पर एक समान चल रही है। कटिहार सदर सहित जिले के पांच सीटों पर दावेदारी का निर्णय जिला जदयू ने लिया है, जो कतई गलत भी नहीं है। पांच सीटों पर दावेदारी को लेकर जिला संगठन की भावना से राष्ट्रीय अध्यक्ष को पहले ही अवगत करा दिया गया है। उस अनुरुप राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार जमीनी तैयारी भी की जा रही है। वैसे अंतिम निर्णय भी उनके स्तर से ही होना है और उस निर्णय पर पार्टी कार्यकर्ता अमल भी करेंगे। पार्टी का सांगठनिक फलक भी यहां काफी बढ़ चुका है।
संजीव श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष, जदयू।
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फोटो- 02 केएटी- 12
कोट- लोजपा का यहां बड़ा कैडर वोट रहा है। पूर्व के विस से लेकर लोस चुनाव तक में लोजपा यहां चुनाव मैदान में जोर आजमाती रही है। इतना ही पूर्व में लड़े चुनावों में पार्टी प्रत्याशी की बेहतर स्थिति भी रह चुकी है। पार्टी आलाकमान के निर्देशानुसार जिले के सातों सीटों पर पार्टी सांगठनिक मजबूती को नया फलक देने में जुटी हुई है। जिला इकाई की बैठक में कम से कम दो सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव लेते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष को कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत कराया जा चुका है। लोस चुनाव के फामूर्ले पर भी अगर अमल होता है तो कटिहार की दो सीट पार्टी के हिस्से में आना तय है। कार्यकर्ता तन मन से विस की तैयारी में जुटे हुए हैं।
मो. जाहिद, जिला लोजपा अध्यक्ष।
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