20 किसानों के आधार से उठे खाद ने विभाग को भी चौकाया, जांच शुरू
कटिहार। जिले जिले में एक ही आधार पर कहीं सौ तो कहीं सौ से अधिक बोरा यूरिया के उठ
कटिहार। जिले जिले में एक ही आधार पर कहीं सौ तो कहीं सौ से अधिक बोरा यूरिया के उठाव ने विभाग को भी चौका दिया है। इस उठाव के जरिए कालाबाजारी की आशंका को देखते हुए राज्य स्तर से इसकी जांच कराने संबंधी पत्र मिलने के बाद जिलाधिकारी ने इसके लिए जांच टीम गठित कर दी है। बीस किसानों के आधार सर्वाधिक खाद का उठाव हुआ है। इस मामले में 16 खाद दुकानदार शक के दायरे में आ गए हैं।
कृषि विभाग के सचिव द्वारा 20 किसानों द्वारा 16खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम अधिकतम उठाव पर आपत्ति जताई गई थी। इसमें एक किसान द्वारा एक ही आधार पर 136 बोरी यूरिया का उठाव मेसर्स पवन ट्रेडिग कंपनी, तिनगछिया से किए जाने की बात भी सामने आई है।
इसी तरह अलग-अलग दुकानों से भी इस तरह के उठाव की बात सामने आई है। फिलहाल डीएम द्वारा गठित टीम द्वारा इसकी जांच शुरु कर दी गई है। बता दें कि खाद की किल्लत व सरकारी दाम से अत्यधिक दाम में खाद किसानों द्वारा खरीदने का मामला भी यहां गर्म रहा था। इन स्थितियों के बीच अनुमान से अत्यधिक उठाव गंभीर मामला माना जा रहा है।
इन दुकानों की होगी जांच
मेसर्स महामाया फर्टिलाइजर मनियां,कटिहार, मेसर्स पवन ट्रेडिग कंपनी तिनगछिया, मेसर्स राम जानकी बीज भंडार,सिरसा, मेसर्स कृषि केंद्र कोलासी, मेसर्स कृषि सेवा स्टोर लेल्हा चौक, मेसर्स आइएफएफडीसी सकरैली बरारी, मेसर्स विस्कोमान केएसके सेमापुर, मेसर्स पंकज जायसवाल सकरैली बरारी, मेसर्स नफिसा फर्टिलाइजर जहूर टोला बोलिया मनिहारी, मेसर्स खूशबू इन्टरप्राईजेज नारायणपुर मनिहारी, मेसर्स कदवा केएसएसएसएस लि सौनेली, अविनाश खाद बीज भंडार गोशाला सौनेली, सुमित कृषि केंद्र सौनेली, कृषि सेवा केंद्र बस्तौल, इको ग्रोविगं एग्रो फर्टिलाइजर चापरा हाट बलरामपुर व निखिल इंटरप्राइजेज मोहदीपुर बलरामपुर शामिल है। जांच टीम द्वारा संबंधित किसानों के खेती योग्य रकवा का भी आकलन किया जाएगा।
पहले अत्यधिक खाद उठाव में हो चुकी है कार्रवाई:
इसके पहले भी एक आधार पर अत्यधिक खाद उठाव को लेकर छह उर्वरक दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। कृषि विज्ञानी के अनुसार अमूमन एक हेक्टेयर खेत में 270 किलो यूरिया का उपयोग किसान करते हैं। ऐसे में जिस स्तर से उठाव हुआ है, उतना रकवा पर ही शायद किसी किसान की खेती लगी है।