पूर्णिया का सुशील मोची है सीमांचल में अंतरराज्यीय अपराध गिरोह का किग पिन
कटिहार। जिला समेत सीमांचल के विभिन्न जिलों में डकैती और बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने में पश्चिम बंगाल के अपराधी गिरोहों की संलिप्तता उजागर हुई है। कटिहार। जिला समेत सीमांचल के विभिन्न जिलों में डकैती और बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने में पश्चिम बंगाल के अपराधी गिरोहों की संलिप्तता उजागर हुई है।
कटिहार। जिला समेत सीमांचल के विभिन्न जिलों में डकैती और बड़ी लूट की घटना को अंजाम देने में पश्चिम बंगाल के अपराधी गिरोहों की संलिप्तता उजागर हुई है।
सीमांचल में अंतरराज्यीय अपराधी गिरोह का किग पिन पूर्णिया जिले के कलदिया गांव का रहने वाला सुशील मोची है। इस गिरोह का नेटवर्क पश्चिम बंगाल और झारखंड के अपराधी गिरोह से भी जुड़ा हुआ है। कटिहार सहित सीमांचल के पूर्णिया, अररिया एवं किशनगंज जिले में हुई डकैती एवं लूट की घटना को लेकर पुलिस छानबीन में अधिकांश घटना को कुख्यात सुशील मोची के इशारे पर बंगाल के अपराधियों द्वारा अंजाम दिए जाने की बात सामने आई है।
इस गिरोह में 15 से 20 कुख्यात अपराधी शामिल है। गिरोह के लिए बम और देसी कट्टा बनाने का काम एक्सपर्ट शातिर अपराधी द्वारा किया जाता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्णिया में ही बम बनाने का काम गिरोह में शामिल अधेड़ उम्र के एक अपराधी द्वारा किया जाता है। हालांकि पुलिस ने इस अपराधी का नाम उजागर करने से इंकार किया है।
रेकी कर घटना को दिया जाता है अंजाम
गृह डकैती और लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह में शामिल स्थानीय अपराधियों द्वारा रेकी की जाती है। घटना को अंजाम देने के लिए बंगाल के अपराधी गिरोह का सहयोग लिया जाता है। घटनास्थल तक बम व कट़्टा पहुंचाने का काम गिरोह में अधेड़ उम्र के शातिर अपराधी को कोरियर के रूप में रखा गया है।
पूर्णिया, किशनगंज व कटिहार का अपराधी है शामिल
इस गिरोह में पूर्णिया, किशनगंज एवं कटिहार के बलिया बेलोन थाना क्षेत्र का कई शातिर अपराधी शामिल है। हाल के दिनों में पूर्णिया और कटिहार पुलिस द्वारा अलग अलग मामलों में गिरोह के आधा दर्जन शातिर आपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। सीमांचल में अंतरराज्यीय अपराधी गिरोह को संचालित करने वाला सुशील मोची अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।