बंगाल चुनाव पर सीमांचल के कारोबारियों की पैनी नजर
कटिहार। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर सीमांचल व कोसी के उद्योगपतियों व बड़े व्यवसायियों की प
कटिहार। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर सीमांचल व कोसी के उद्योगपतियों व बड़े व्यवसायियों की पैनी नजर टिकी हुई है। पश्चिम बंगाल में सशक्त सरकार बनने और उद्योग -व्यापार के लिए अनुकूल माहौल की यहां के व्यवसायियों को भी बेसब्री से इंतजार है।
किशनगंज से लेकर कटिहार तक लगभग सौ किलोमीटर की लंबी सीमाई जुड़ाव के चलते एक वृहत बाजार यहां के कारोबारियों को आकर्षित करती रही है, लेकिन अनुकूल माहौल नहीं होने से कारोबारी इस सीमा को लांघने से परहेज करते रहे हैं।
उद्योग के साथ बड़ा बाजार कर रहा आकर्षित
सीमांचल से जुड़ी बड़ी सीमा में कई उद्योग के लिए सहज कच्चा माल की उपलब्धता पर लंबे समय से बड़े व्यवसायियों की पैनी नजर है। कटिहार की सीमा से जुड़ाव वाले बंगाल का मालदा, उत्तर दिनाजपुर आदि का इलाका अब भी जूट की खेती के लिए जाना जाता है। इसके अलावा भी कई तरह के ऐसे उत्पाद हैं जिसपर आधारित उद्योग उन इलाकों में लगाए जा सकते हैं। ऐसे उत्पाद के अनुकूल वहां सुलभ बाजार भी उपलब्ध है। इसके अलावा यहां के कई कारोबारियों का कपड़ा सहित अन्य उद्योग दूसरे प्रदेशों में है। वे चाहकर भी अब तक बंगाल के बाजारों में इंट्री नहीं कर पाए हैं। वहां की राजनीतिक व प्रशासनिक स्थितियों के चलते वे इससे परहेज करते रहे हैं। इन स्थितियों के चलते उनकी नजर आगामी विस चुनाव पर टिकी हुई है।
कोलकाता से पुराना है सीमांचल व्यापारिक रिश्ता
बता दें कि कोलकाता से सीमांचल का व्यापारिक रिश्ता काफी पुराना है। खासकर कोलकाता के मंगलवारी हाट यहां के कारोबारियों को आकर्षित करता रहा है। कपड़ा से लेकर इलेक्ट्रानिक सामान, सौंदर्य प्रसाधन थोक रुप में कोलकाता से यहां मंगाया जाता है। अनुकूल राजनीतिक परिस्थिति होने से यहां के कारोबारी भी वहां अपनी इंट्री सहजता से कर पाएंगे।