उत्साह के साथ मतदाताओं ने किया मतदान
संवाद सूत्र मनिहारी (कटिहार) मनिहारी प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव के मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा।
संवाद सूत्र, मनिहारी (कटिहार): मनिहारी प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव के मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा। अल सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ उमड़ने लगी। गांव की सरकार बनाने के लिए लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर मतदाताओं ने जमकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। खासकर महिला मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा। सुबह 9.30 बजे के आसपास डीएम एवं एसपी अपने काफिले के साथ मध्य विधालय बाबूपुर स्थित मतदान केंद्र पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया। वहां से मनिहारी-अमदाबाद सड़क मार्ग से मनिहारी के कई मतदान केंद्रों का जायजा लेते हुए अमदाबाद प्रखंड क्षेत्र की ओर निकल गये।
दस बजे के करीब मध्य विद्यालय काटाकोश स्थित मतदान केंद्र पर मतदाताओं की भीड़ कतारबद्ध दिखी। यहां मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ थी। वही पंचायत भवन स्थित मतदान केंद्र 178 व 179 पर भी मतदाताओं की भीड़ दिखी। यहां 10 बजे तक बूथ संख्या 178 पर 21 प्रतिशत तथा 179 पर 22 प्रतिशत मतदान हो चुका था। बूथ पर भीड़ के कारण कई महिला मतदाता कतारबद्ध होकर बैठकर अपनी बारी के इंतजार में थी। पौने ग्यारह बजे के आसपास उत्तरी काटाकोश पंचायत के पंचायत भवन बूथ नंबर 155,156 व 157 पर भी मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ थी। धूप में ही लोग कतारबद्ध हो अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी बूथ के बगल में सड़क पुल पर तीन किलोमीटर दूर से मतदान करने आए बुजुर्ग प्रसादी मंडल, महावीर मंडल, रुक्मणी देवी, देवली देवी, श्यामा,रेखा सहित कई लोग बैठे थे। बुजुर्ग मतदाता प्रसादी मंडल उठते हैं तथा दो लाठी की मदद से मतदान केंद्र की ओर जाना चाहते हैं। कुछ लोग उन्हें सहारा देते हैं। आगे बढ़ने पर बूथ पर भीड़ देख पुन: लौट कर सड़क पुल पर बैठ जाते है। कहते हैं बबुआ इहे त अधिकार मिलल छै, एकरा कैसे छोड़ दीये। कहते हैं कि मतदान अधिकार है इसका प्रयोग करना चाहिए। फतेहनगर पंचायत के ओलिपुर बूथ पर भी मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ जमी थी। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। वही नीमा पंचायत के एक मतदान केंद्र से अपने घर ताला टोला के आसपास लाठी के सहारे बुजुर्ग दंपत्ति 85 वर्षीय हरी टुडू अपनी पत्नी के साथ खुश होकर जा रहे थे। कहते हैं हम्मे सनी बड़ा खुश छिय। कहा कि गांव की सरकार बनाने के लिए मताधिकार का प्रयोग किए। लोकतंत्र के महापर्व में मतदाताओं को बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिये। जैसे जैसे दिन चढ़ता गया, मतदाताओं की संख्या बूथों की ओर बढ़ती गई। महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था।