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मधेली में नहर टूटने से डूबी फसल, किसान हलकान

़फोटो:-14केएटी- - नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का, गेहूं सहित अन्य फसलों क

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 12:56 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 12:56 AM (IST)
मधेली में नहर टूटने से डूबी फसल, किसान हलकान
मधेली में नहर टूटने से डूबी फसल, किसान हलकान

़फोटो:-14केएटी-

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- नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का, गेहूं सहित अन्य फसलों को हुआ नुकसान

संवाद सूत्र, फलका (कटिहार) : लंबे समय के अंतराल पर रविवार की रात नहरों में पानी छोड़ा गया है। नहर के क्षतिग्रस्त रहने के कारण पानी का दबाब पड़ते ही नहर कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके कारण सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का, गेहूं सहित अन्य फसलों के जलमग्न होने के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है। अचानक पानी छोड़ने के कारण कई स्थानों पर नहर के उपर से पानी बह रहा है। इसके कारण किसानों के समक्ष बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। किसानों ने कहा कि बिना मरम्मत के नहर में पानी छोड़े जाने के कारण उनकी फसल बर्बाद हो चुकी है। विभागीय लापरवाही के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि लहलहाती फसल डूबने के कारण किसान परेशान हैं। किसान मु. सिकन्दर आजम, मु. बदरुल, मु. रफीन अख्तर, मु. इसहाक, मु. जमीरउद्दीन, मु. जमाल, मु. लुकमान, मु. गुफरान सहित अन्य किसानों ने बताया सूचना के बाद भी क्षतिग्रस्त फसलों को देखने कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचने हैं। जबकि विभागीय पदाधिकारी व अभियंता भी इसको लेकर उदासीन बने हुए हैं। इसके कारण किसानों में आक्रोश गहराने लगा है। किसानों ने अविलंब नहर की मरम्मत कराने और फसल क्षति का मुआवजा दिए जाने की मांग की है। इस संबंध में प्रभारी अंचलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि नहर टूटने की सूचना मिली है। इसकी जांच को लेकर राजस्व कर्मचारी को लगाया गया है। क्षति का आकलन कराया जा रहा है। आंकलन रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजा जाएगा।


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