फोटो :: दीवार गिरने से घायल महिला की मौत, दो बच्चे घायल
कैमूर। नगर के वार्ड नंबर 15 में शनिवार की रात्रि एक कच्चे मकान का दीवार गिरने से महिला
कैमूर। नगर के वार्ड नंबर 15 में शनिवार की रात्रि एक कच्चे मकान का दीवार गिरने से महिला सहित उसके दो बच्चे जख्मी हो गए। बेहतर इलाज के लिए वाराणसी ले जाई जा रही घायल महिला ने रास्ते में दम तोड़ दिया। जबकि दोनों बच्चे गंभीर हादसे का शिकार होने से बाल- बाल बच गए।
बताया जाता है कि वार्ड नंबर 15 निवासी द्वारिका रजक के खपरैल मकान में उसकी पत्नी तेतरा देवी 35 वर्ष अपने दो वर्षीय बच्चे रवि कुमार तथा चार वर्षीय पुत्री लाजो के साथ दीवार से लगे जमीन पर ही दरी डाल कर सो रही थी। तभी रात्रि नौ बजे के आस- पास घर का पूर्व दिशा का दीवार भर- भरा कर नीचे गिर पड़ा। जिसकी आवाज पर घर के बाहर अपने बैठका में सोने गया द्वारिका रजक सहित पड़ोस के लोग अंदर पहुंचे। जहां तेतरा देवी अपने छोटे बच्चे के साथ मलबे में दबी हुई थी। जबकि दूसरी बच्ची बाहर निकल गई थी। मलबे में दबे तेतरा और उसके बच्चे को लोगों द्वारा मिट्टी हटा कर बाहर निकाला गया और इलाज के लिए परिजन दोनों को ले कर सदर अस्पताल भभुआ पहुंचे। जहां से बेहतर इलाज के लिए तेतरा को वाराणसी रेफर कर दिया गया। लेकिन परिजनों के अनुसार दुर्गावती जाते- जाते तेतरा देवी ने रात्रि लगभग एक बजे के आस- पास दम तोड़ दिया। फिर शव ले कर परिजन घर वापस आ गए। जहां से पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल सुबह आठ बजे लाया गया।
इस घटना में घायल दोनों बच्चों को मामूली उपचार के बाद अस्पताल से परिजन घर ले आए। बताया जाता है कि द्वारिका रजक को पांच पुत्र और तीन पुत्री हैं। बड़ी पुत्री अभी 17 वर्ष की बताई जा रही थी, जो अपने दो भाइयों के साथ आंगन में सोई थी। जबकि अन्य बच्चे बैठका में सोये हुए थे।
जाको राखो साइयां मार सके न कोय
भभुआ, कैमूर: कहा जाता है कि जाको राखो साईयां मार सके न कोय। हादसे में यह चरितार्थ होते देखे गया। बताया जाता है कि हादसे के समय तेतरा देवी का एक बच्च रवि कुमार मां का दूध पी रहा था। जैसे ही दीवार गीरने की आहट मिली वैसे ही तेतरा ने बच्चे को अपने छाती के अंदर समेट लिया। मलबे में मां के पसलियों से सटा रवि बाहर निकाला गया। लेकिन उसका एक पैर बाहर था, जिसमें चोट लगी थी। इसी तरह हादसे के पूर्व मां के दूसरे तरफ सो रही लड़की लाजो भी मां के पैताने सरक आई थी। चुकी दीवार बीच से गिरी थी। इसलिए लाजो को भी मामूली खरोंच आई।
20 हजार रुपये पारिवारिक लाभ के मिले
हादसे की शिकार तेतरा देवी के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा 20 हजार रूपये पारिवारिक लाभ पारिवारिक लाभ की राशि उपलब्ध कराई गई। जबकि कबीर अंतेष्टी योजना में कोई राशि नहीं दी गई। बता दे की कबीर अंतेँष्टी योजना में तीन हजार रूपये शव के दाह- संस्कार के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इस संबंध सीओ भभुआ आदित्य नरायण ¨सह ने बताया कि परिजनों को पारिवारिक लाभ की 20 हजार रूपये की राशि उपलब्ध करा दी गई है। जबकि कबीर अंतेष्टी योजना की राशि नगर प्रबंधन द्वारा दिया जाता है, जो अभी नहीं मिल पाया है। उन्होंने बताया कि बीडीओ के अवकाश पर होने के कारण आवास योजना का मिलने वाले लाभ के बारे में भी बीडीओ के आने के बाद ही कुछ पता चल पायेगा।