स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को शिविर में किया प्रशिक्षित
प्रखंड में किसान भवन के सभागार में गुरुवार को जीविका समूह की महिलाओं को नाबार्ड द्वारा प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल थे।
प्रखंड में किसान भवन के सभागार में गुरुवार को जीविका समूह की महिलाओं को नाबार्ड द्वारा प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारी एवं सदस्य शामिल थे। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर जिला विकास प्रबंधक उद्य्यन ने किया। कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए स्वयं सहायता समूह बैंक लिकेज कार्यक्रम में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक की भूमिका के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने फरवरी 1992 में स्वयं सहायता समूह को वाणिज्य बैंकों से जोड़ने के लिए पायलट परी योजना शुरू की थी। जिसमें सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भी शामिल कर लिया गया है। समूह बैंक लिकेज कार्यक्रम में गरीबों में बचत करने की क्षमता को बढ़ावा देना, गरीबों को बैंक के द्वारा सुविधा देना, समूह को बैंक से आसानी से कर्ज मिल सके, समूह को बैंक लिकेज के लाभ ऋण चक्र में मूल्यांकन निर्गत निरीक्षण एवं भुगतान प्रक्रिया में होने वाली लागत में कमी, बड़े स्तर पर छोटे बचत का जमा गतिमान होना, सुनिश्चित एवं समय पर मूल्यांकन होने के कोर्स का तेजी से पून चक्रिय होना, व्यापार में विस्तार करने का अवसर प्राप्त होना आदि के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में धनपाल सिंह, मनोज कुमार, तीतर देवी, लक्ष्मी देवी, रिचा देवी, गीता देवी, कंचन कुमारी सहित समूह की महिला शामिल थीं।